राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ सेवन और अवैध व्यापार निषेध दिवस के अवसर पर मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो को दिए गए संदेश में कहा : ” मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि विश्व 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय मादक सेवन और अवैध व्यापार निषेध दिवस मना रहा है।
मादक पदार्थों का सेवन एक मनोवैज्ञानिक-सामाजिक-चिकित्सकीय समस्या है जिसके लिए एक पूर्णतावादी दृष्टिकोण और व्यापक उपचार कार्यक्रम अपनाने की जरूरत है। इस बात पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए कि नशा करने वालों को नशे की आदत से मुक्ति, अपराध मुक्त और लाभप्रद रूप से काम पर लगाने योग्य बनाकर समाज के लिए उपयोगी सदस्य बनाया जाए। मादक पदार्थों के दुरूपयोग के खतरनाक प्रभावों के बारे में निरंतर जागरूकता पैदा करना जरूरी है। सामुदायिक संसाधनों को एकजुट करने और समुदाय की अधिक भागीदारी पर जोर दिया जाना चाहिए। इसके अलावा कानून प्रवर्तन एजेंसियों को मादक पदार्थों का सेवन करने वालों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील बनाया जाना चाहिए ताकि इन लोगों का पुनर्वास हो सके और इन्हें समाज से जोड़ा जा सके।
मैं मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इस अवसर पर शुभकामनाएं देता हूं। मैं सभी साझेदारों से आग्रह करता हूं कि वे मादक पदार्थों के सेवन की समस्या से पूर्णतावादी और संवेदनशील तरीके से निपटें।