देहरादून: उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष श्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने उत्तरकाशी जनपद में आयोजित आठ दिवसीय माघ मेले के चौथे दिवस का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उत्तरकाशी की स्थानीय जनता ने विधान सभा अध्यक्ष जी का फूलमालाओं से गर्मजोशी से स्वागत किया साथ ही गंगोत्री धाम का प्रतीक चिहन भेंट किया।
उल्लेखनीय है कि माघ मेला उत्तरकाशी जनपद का काफी पुराना धार्मिक/सांस्कृति तथा व्यावसायिक मेले के रूप में प्रसिद्ध है। इस मेले का प्रतिवर्ष मकर संक्राति के दिन पाटा-संग्राली गांवों से कंडार देवता के साथ -साथ अन्य देवी देवताओं की डोलियों का उत्तरकाशी पहुंचने पर शुभारम्भ होता है। ये मेला तिब्बत -भारत व्यापारिक संबंधों की याद दिलाता है। माघ मेला 14 जनवरी मकर संक्राति से प्रारम्भ हो 21 जनवरी तक चलेगा। वहीं सुदूर गांव के ग्रामवासी अपने-अपने क्षेत्र के ऊन एवं अन्य हस्तनिर्मित उत्पादों को बेचने के लिये भी इस मेले में आये हुए हैं।
इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने माघ मले में आये विशाल जनसैलाब का आभार व्यक्त किया और अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वर्तमान समय में यह मेला धार्मिक, सांस्कृतिक एवं विकास मेले के अतिरिक्त पर्यटक मेले के रूप में भी अपनी पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि माघ मेला उत्तरकाशी का यदि सम्यकरूप से प्रचार-प्रसार किया जाय एवं इसे महोत्सव का रूप दिया जाय तो निसन्देह जहाँ एक ओर इससे पर्वतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार होगा वहीं देशी-विदेशी पर्यटकों के आवागमन में वृद्धि के साथ पर्यटन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
श्री अग्रवाल ने कहा कि मेला का उद्देश्य महज मनोरंजन नहीं बल्कि आपसी भाईचारे को बढ़ाने का उद्देश्य है। सभी समाज धर्म के लोग मेले में इकट्ठे होते हैं। एक दूसरे से नजदीकीया बढ़ाते हैं और हंसी खुशी से मनोरंजन करते हैं। जिसका सभी को लाभ उठाना चाहिए। माघ मेले में विशेष तौर पर विभागों के स्टॉल भी लगाए गए हैं। इस अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति की झलक देखने को मिली।
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी उत्तरकाशी, पुलिस अधिक्षक, मुख्य विकास अधिकारी एवं श्रीमती जशोदा राणा जिला पंचायत अध्यक्ष, प्रकाश चन्द रमोला जिला पंचायत उपाध्यक्ष, सुधा गुप्ता, चन्दन पंवार, हरीश डगंवाल, हरीश सेमवाल, नागेन्द्र चौहान, महावीर नेगी, ललिता सेमवाल, सुरेन्द्र बिष्ट, राजेन्द्र जी, राम भजन, पवन नौटियाल, कुलदीप बिष्ट एवं अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम के पश्चात विधान सभा अध्यक्ष ने काशी विश्वनाथ मन्दिर जा कर विधिवत रूप से पूजा अर्चना के साथ माथा टेक कर आर्शीवाद प्राप्त किया।