नई दिल्ली: केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद यसो नाइक ने 22 जनवरी, 2018 को जयपुर में होम्योपैथी शोध संस्थान का शिलान्यास किया। यह तीसरा शोध संस्थान होग, जोकि केन्द्रीय होम्योपैथी शोध परिषद के तहत काम करेगा। सीसीआरएच आयुष मंत्रालय के तहत स्वायत्त निकाय है, जोकि देश भर में 23 संस्थानों के साथ होम्योपैथी के क्षेत्र में वैज्ञानिक शोध के लिए काम करता है। शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए श्री नाइक ने कहा कि आयुष मंत्रालय होम्योपैथी सहित अन्य आयुष की अन्य पद्धतियों के ढांचागत विकास पर विशेष ध्यान दे रहा है। उन्होंने कहा कि शोध संस्थानों के ढांचे को सुदृढ़ करने से शोध गुणवत्ता में सुधार होगा और होम्योपैथी के क्षेत्र में साक्ष्य आधारित सूचना प्राप्त हो सकेगी। इस लक्ष्य के तहत हिमाचल प्रदेश में शिमला, उत्तर प्रदेश में लखनऊ और पश्चिम बंगाल में सिलीगुडी में होम्योपैथी संस्थान स्थापित करने की योजनाओं पर काम चल रहा है। श्री नाइक ने होम्योपैथी शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने के लिए राजस्थान की प्रशंसा की। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य शीघ्र ही होम्योपैथी शोध के क्षेत्र में अग्रिम पंक्ति में खड़ा होगा। संस्थान पांच गोद लिए गांवों में स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम के तहत योगदान दे रहा है।
इस अवसर पर आयुष मंत्रालय में सचिव श्री वैदेही राजेश कोटेचा ने भी होम्योपैथी के क्षेत्र में मौजूदा विकास की सराहना की। इस अवसर पर आरआरआई (एच) जयपुर के परियोजना अधिकारी डॉ. गिरेन्द्र पाल, सीसीआरएच के महानिदेशक डॉ राजकुमार मनचंद, साइंटिस्ट-4 के शोध अधिकरी (एच) डॉ. एस. भुवनेश्वरी, सीसीआरएच की दवा जांच समिति के अध्यक्ष डॉ. जे.डी. दरयानी, होम्योपैथी विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. सी बी नायक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।