भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज दक्षिण अफ्रीका ने जीत ली लेकिन जॉहानिसबर्ग में खेले गए तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में पहले दो टेस्ट मैच हारने वाली भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की और 63 रनों से जीत हासिल कर कुछ सम्मान बचा लिया। भारतीय टीम ने इस टेस्ट मैच में जबरदस्त प्रदर्शन किया। गेंदबाजों के साथ ही बल्लेबाजों ने भी दूसरी पारी में ऐसे स्कोर को दिया जिससे गेंदबाज टारगेट का बचाव कर सके।
रहाणे को मौका मिलते ही दिखाया जबरदस्त कमाल
भारतीय टीम ने जॉहानिसबर्ग में वो दिखाया जो पहले दो टेस्ट मैच में देखने को नहीं मिला। इसमें भारतीय टीम ने बदलाव कर टेस्ट के उपकप्तान और जबरदस्त बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को दो टेस्ट मैचों के बाद मौका दिया। यहां रहाणे से बड़ी उम्मीदें थी और इन्हीं उम्मीदों पर रहाणे खरे उतरे और दूसरी पारी में बहुत ही मुश्किल लग रहे पिच पर 48 रनों की बेशकीमती पारी खेली। रहाणे ने अपनी बल्लेबाजी के दौरान जबरदस्त जज्बा दिखाया।
वेसल्स ने भी माना रहाणे को पहले दो टेस्ट में मौका देने पर परिणाम कुछ और होता
रहाणे को पहले दो टेस्ट मैचों में मौका नहीं दिया गया था ऐसे में कई लोगों ने इस फैसले की आलोचना की थी और आखिर जब तीसरे टेस्ट मैच में रहाणे को उतारा तो उन्होंने अपने आपको साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।अजिंक्य रहाणे को पहले दो टेस्ट मैच में मौका नहीं देने को लेकर एक बार फिर से प्रतिक्रिया आयी है और ये दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान केप्लर वेसल्स ने दी है। वेसल्स ने साफ माना कि रहाणे को पहले टेस्ट मैचों में मौका मिलता तो सीरीज का परिणाम कुछ भी हो सकता था।
6 बल्लेबाजों का विकल्प रहता बेहतर
केप्लर वेसल्स ने कहा कि “उनको पहले दो टेस्ट मैचों में भी 6 स्पेशलिस्ट बल्लेबाजों के साथ खेलना था। उन्होंने कोई भी अभ्यास मैच नहीं खेला था इन बातों को ध्यान में रखते हुए आपको ऐसे हालात में ढलने में समय लगता है। और खासतौर पर तो तब जब अजिंक्य रहाणे केपटाउन और सेंचुरियन दोनों ही टेस्ट मैचों में बाहर बैठे थे। मेरा तो इसको लेकर यहीं सलाह थी कि 6 बल्लेबाजों के साथ खेलना इनके लिए बेहतर विकल्प हो सकता था।”
भारतीय बल्लेबाज नहीं कर सके दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों का सामना
इसके साथ ही केप्लर वेसल्स ने कहा कि ” भारतीय टीम का इस सीरीज में बिल्कुल भी सही संतुलन नहीं रहा। लेकिन मैं ये भी समझता हूं कि एक कप्तान के दृष्टिकोण से किसी को बुलाना बड़ा मुश्किल होता है। वो जो भी देख रहे थे उस पर गौर करें तो मुझे तो केवल यहीं लगता है कि भारतीय बल्लेबाज दक्षिण अफ्रीका की परिस्थितियों और दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजी आक्रमण का सामना नहीं कर सके।यहीं मुख्य कारण है कि उन्हें सीरीज में 2-1 से हार मिली।”
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