लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि गोमती रीवरफ्रंट के किनारों की साफ-सफाई, ग्रीनरी एवं अन्य आवश्यक कार्यों को अतिशीघ्र प्रारम्भ करा दें। उन्होंने कहा कि गोमती नदी की जलकुम्भी तथा पाॅलीथीन को साफ करके पानी को साफ, स्वच्छ एवं अविरल बनाया जाये। श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गोमती नदी की निरन्तरता एवं अविरलता को बनाये रखने के लिए शारदा सहायक एवं शारदा नदी के पानी को प्रवाहित किया जाये।
सिंचाई मंत्री श्री धर्मपाल सिंह आज अपने विधान भवन स्थित कार्यालय कक्ष में गोमती रीवर फ्रंट के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये रीवर फ्रंट पर बिजली की व्यवस्था को तत्काल दुरूस्थ करके डिस्कनेक्ट कनेक्शन को जोड़ दिया जाये। उन्होंने कहा कि यदि बिजली का बिल बकाया है तो उसका भुगतान करके विद्युत अपूर्ति निर्वाध रूप से सुनिश्चित किया जाये। श्री सिंह ने कहा कि खराब बल्व/ट्यूबलाइट को बदल कर रीवरफ्रंट की भव्यता को प्राथमिकता के आधार पर बढ़ाया जाये।
श्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभाग द्वारा कराये जा रहे सड़कों की गड्ढ़ा मुक्ति के कार्यो में तेजी लाये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दशा में 31 मार्च तक निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त करें। उन्होंने कहा कि गड्ढ़ा मुक्ति अभियान में किसी भी प्रकार शिथिलता नहीं होनी चाहिए। श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सरयू नहर परियोजना, मध्य गंगा नहर परियोजना, वाण सागर परियोजना ऐरच परियोजना, अर्जुन सहायक परियोजना, कनहर परियोजना तथा बुंदेलखण्ड क्षेत्र की अधूरी परियोजना पूर्ण करने में तेजी लाये।
सिंचाई मंत्री लुप्त/मृत्युप्राय नदियों की समीक्षा करते हुए कहा कि नदियों का पुर्नजीविकरण अत्यन्त आवश्यक है इसे गभीरता से लेकर जन आन्दोलन चलाया जायें। उन्होंने कहा कि गोमती, अयोध्या की तमसा, बरेली की अरेल, वाराणसी की वरूणा, प्रतापगढ़ में संई नदी को पुर्नजीवित करने के लिए गम्भीरता से प्रयास शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि नदियों के उदम स्थल से ही जल स्रोतो की तलाश करके नदियों को पुर्नजीवित किया जा सके।
बैठक में प्रमुख सचिव सिंचाई श्री टी0वेंकटेश, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष श्री भूपेन्द्र शर्मा, प्रमुख अभियन्ता परिकल्प एवं नियोजन श्री अजय कुमार सिंह तथा अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।