नई दिल्लीः भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने जनवरी, 2018 तक लगभग 1,75,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 10,460 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं। इसके साथ ही एनएचएआई वर्ष 2017-18 में सड़क परियोजनाओं के ठेके देने में उल्लेखनीय प्रगति करने की ओर अग्रसर है। अगले 15 दिनों में 1,000 किलोमीटर और लंबी सड़कों के लिए निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी। पिछले 5 वर्षों में एनएचएआई द्वारा ठेके पर दी गई सड़क परियोजनाओं की औसत लंबाई 2860 किलोमीटर थी। वहीं, वर्ष 2016-17 में यह आंकड़ा 4,335 किलोमीटर था। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, शिपिंग और जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा संरक्षण मंत्री श्री नितिन गडकरी ने एनएचएआई के लिए इस साल 10,000 किलोमीटर लंबी सड़कों के ठेके देने का लक्ष्य रखा था। वर्ष 2017-18 में प्राधिकरण द्वारा 43,000 करोड़ रुपये की लागत वाली लगभग 2,700 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं के ठेके पहले ही दिए जा चुके हैं। फरवरी, 2018 और मार्च 2018 में क्रमश: 3,300 किलोमीटर तथा 5,000 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं के ठेके देने की योजना है। हालांकि, भूमि अधिग्रहण और परियोजनाओं को मंजूरी देने में राज्य सरकारों की ओर से मिलने वाले सहयोग के साथ-साथ बोलियां दाखिल करने के प्रति व्यापक उत्साह दिखाने से ही यह संभव हो पाएगा।
अब तक ठेके पर दी गई परियोजनाओं और आमंत्रित निविदा वाली परियोजनाओं की सूची नीचे दी गई है। मार्च, 2018 तक ठेके पर दी गई परियोजनाएं और ठेके पर दी जाने वाली संभावित परियोजनाएं महाराष्ट्र में 1900 किलोमीटर, राजस्थान में 1150 किलोमीटर, उत्तर प्रदेश में 1020 किलोमीटर, ओडिशा में 880 किलोमीटर, आंध्र प्रदेश में 745 किलोमीटर, मध्य प्रदेश में 740 किलोमीटर, गुजरात में 650 किलोमीटर, कर्नाटक में 620 किलोमीटर, तमिलनाडु में 570 किलोमीटर, बिहार में 500 किलोमीटर, झारखंड में 430 किलोमीटर, तेलंगाना में 365 किलोमीटर, हरियाणा में 350 किलोमीटर, पश्चिम बंगाल में 280 किलोमीटर, छत्तीसगढ़ में 270 किलोमीटर और अन्य राज्यों में शेष लंबाई वाली सड़कों (पंजाब में 150 किलोमीटर, हिमाचल प्रदेश में 150 किलोमीटर, दिल्ली में 140 किलोमीटर, केरल में 120 किलोमीटर, जम्मू-कश्मीर में 100 किलोमीटर) को कवर करेंगी।
ठेके पर दी गई परियोजनाओं की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी को देखते हुए अक्टूबर 2017 में सरकार द्वारा मंजूर की गई महत्वाकांक्षी ‘भारतमाला परियोजना’ के लिए एनएचएआई की ओर से अच्छी शुरुआत किया जाना तय है। एनएचएआई ने लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए एक सुदृढ़ निगरानी प्रणाली स्थापित की है। एनएचएआई के मुख्यालय के अधिकारीगण उन परियोजना स्थलों का दौरा कर रहे हैं जो महत्वपूर्ण परियोजनाओं से जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही ये अधिकारीगण भूमि अधिग्रहण और परियोजना मंजूरी में तेजी लाने के लिए राज्य सरकारों के अधिकारियों (जिलाधिकारी एवं भूमि अधिग्रहण अधिकारी) के साथ बैठक कर रहे हैं। एनएचएआई ने क्षेत्रीय स्तरों पर बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त राजस्व अधिकारियों की नियुक्ति भी की है।
एनएचएआई की ओर से निर्माण कार्य में भी उल्लेखनीय तेजी लाई जा रही है। एनएचएआई द्वारा 3500 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण कार्य पूरा किया जाना तय है, जबकि पिछले पांच वर्षों में औसत लंबाई 2170 किलोमीटर थी। निर्माण कार्य की तेज गति को बनाए रखने के लिए एनएचएआई ने 1330 किलोमीटर लंबी सड़कों को कवर करने वाली 27 नई परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है। इसके साथ ही एनएचएआई द्वारा 3000 किलोमीटर लंबी सड़कों को कवर करने वाली 50 और परियोजनाओं का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाना तय है। बैंक/वित्तीय संस्थान अब हाईब्रिड वार्षिकी मोड (एचएएम) में काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं और एचएएम परियोजनाओं का वित्त पोषण अब सुचारू ढंग से हो रहा है।
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