नई दिल्लीः मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रधानमंत्री की शोधार्थी योजना को लागू करने संबंधी मंत्रिमंडल के निर्णय का स्वागत किया है। इस योजना का उद्देश्य देश के सबसे प्रतिभाशाली लोगों को आकर्षित करके शोध की गुणवत्ता में सुधार करना है। आज यहां मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि इस योजना से देश की प्रतिभाओं की क्षमताओं का उपयोग करने में मदद मिलेगी, ताकि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में घरेलू स्तर पर अनुसंधान और शोध किए जा सकें। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत किए जाने वाले शोध से हमारी राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी और देश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में बेहतरीन शिक्षकों की कमी पूरी होगी। सरकार का यह कदम ‘ब्रेन-ड्रेन’ को ‘ब्रेन-गेन’ में बदल देगा।
मंत्री महोदय ने कहा कि आईआईएससी/आईआईटी/एनआईटी/आईआईएसईआर/आईआईआईटी से बी-टेक या एकीकृत एम-टेक या विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में एम.एस.सी. का पाठ्यक्रम पूरा करने वाले या अंतिम वर्ष के लगभग 1,000 सर्वश्रेष्ठ छात्रों को इस योजना के तहत आईआईटी/आईआईएससी में पीएचडी कार्यक्रम में सीधा प्रवेश दिया जाएगा। इन छात्रों को पहले दो वर्षों के दौरान प्रति माह 70,000 रुपये की फैलोशिप, तीसरे वर्ष के दौरान प्रत्येक माह 75,000 रुपये और चौथे तथा पांचवे वर्ष के दौरान प्रतिमाह 80,000 रुपये की फैलोशिप दी जाएगी। इसके अलावा पांच सालों के लिए प्रत्येक शोधार्थी को दो लाख रुपये अनुसंधान अनुदान दिया जाएगा, ताकि उन्हें अंतर्राष्ट्रीय शोध सम्मेलनों में हिस्सा लेने और शोध प्रबंध लिखने में सहायता हो। वर्ष 2018-19 से शुरू होने वाली तीन वर्षीय अवधि के लिए अधिकतम तीन हजार शोधार्थियों को चुना जाएगा।
मंत्री महोदय ने प्रधानमंत्री की छात्रों से होने वाली बातचीत पर आधारित कार्यक्रम, ‘परीक्षा पे चर्चा’ के बारे में भी जानकारी दी। यह कार्यक्रम 16 फरवरी, 2018 को नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में 2000 से अधिक स्कूल और कॉलेज के छात्र, शिक्षक और प्राचार्य भाग लेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी परीक्षा तनाव को कम करने तथा सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए परीक्षा देने के संबंध में छात्रों को सलाह देंगे।
मंत्री महोदय ने कहा कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम देश के अधिकांश परिवारों से जुड़ा हुआ है क्योंकि विभिन्न स्तरों की परीक्षाएं प्रारंभ होने वाली हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री छात्रों के सवालों का जवाब देंगे जिसे वे https://www.mygov.in/task/making-exams-fun-chat-pm-narendra-modi/ लिंक पर अपलोड कर सकते हैं। लगभग 10 छात्रों को सीधे सवाल पूछने का अवसर प्रदान किया जाएगा।