देहरादून: राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान(सीमैट) ननूरखेड़ा देहरादून में यूनिट आॅफ साइंस एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट(यूनिसेड) और सर्व शिक्षा अभियान के संयुक्त तत्वाधान में पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। सीरीज आॅफ राष्ट्रीय आविष्कार अभियान टीचर्स मेंटोरिंग के नाम से आयोजित कार्यशाला में आदर्श स्कूलों के विज्ञान एवं गणित के अध्यापकों को विज्ञान और गणित को आधुनिक एवं रूचिकर तरीके से पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित दिया जा रहा है। कार्यशाला में आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी रूड़की, एनआईटी श्रीनगर एवं एमएनआईटी इलाहबाद के प्रशिक्षकों द्वारा आदर्श स्कूल के अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 22 फरवरी से 26 फरवरी 2018 तक चले इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण में अध्यापकों को प्रत्यक्ष रूप से वैज्ञानिक प्रयोग करके दिखाए जा रहे हैं। प्रशिक्षण के उपरान्त स्कूलों में अध्यापक छात्र-छात्राओं को प्रयोग विधि से पढ़ाएंगे। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को ‘लर्निंग बाई डूइंग’ की जिज्ञासा को बढ़ाना एवं आधुनिकतम शिक्षा तकनीक को बढ़ावा देना है। इसके लिए आदर्श स्कूलों में आवश्यक उपकरण भी उपलब्ध कराये गये हैं। यह प्रशिक्षण देहरादून, हरिद्वार, उधम सिंह नगर, चम्पावत एवं टिहरी के आदर्श उच्च प्राथमिक स्कूलों के अध्यापकों को दिया गया है।
सचिव माध्यमिक शिक्षा डाॅ.भूपेन्द्र कौर औलख ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए अध्यापकों को सजग होने की जरूरत है। उन्होंने पढ़ाते समय टीचिंग-लर्निंग मैटरियल(टीएलएम) के प्रयोग पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विज्ञान और गणित को पढ़ाते समय टीएलम के प्रयोग से बच्चों में विषय के प्रति रूचि बढ़ेगी और प्रत्यक्ष प्रदर्शन से उनका बौद्धिक विकास भी तेज होगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण को गहनता से लिया जाए और स्कूलों में पढ़ाने में प्रयोग विधि का अधिक से अधिक उपयोग किया जाए।