जॉर्डन के निवेश मंत्री, श्री कैरी यासर अब्देल-मोनिम अमर की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने 22 मार्च 2022 को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण एवं रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया से उनके कार्यालय में मुलाकात की और खासतौर से फॉस्फेटिक और पोटेशियम उर्वरकों और कच्चे माल की जॉर्डन से भारत को आपूर्ति करने से संबंधित पारस्परिक हित के विषयों पर चर्चा की।
जॉर्डन के गणमान्य व्यक्तियों ने गर्मजोशी के साथ दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक व्यापारिक संबंधों का जिक्र किया। जॉर्डन की सबसे बड़ी उर्वरक कंपनी जॉर्डन फॉस्फेट माइंस कंपनी (जेपीएमसी) के साथ इफको और आईपीएल जैसी भारतीय कंपनियों द्वारा की गई रणनीतिक साझेदारी की भी जॉर्डन के मंत्री ने सराहना की।
जॉर्डन के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए डॉ. मंडाविया ने वर्तमान भू-राजनीतिक वैश्विक हालात का जिक्र किया और न केवल जॉर्डन बल्कि मोरक्को जैसे अन्य देशों से अपने उर्वरकों का जवाबदेह मूल्य निर्धारण करने की अपील की क्योंकि ये खाद्य सुरक्षा के लिए इनपुट हैं।
जेपीएमसी के अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद थेनीबत ने सुझाव दिया कि भारत और जॉर्डन को पारस्परिक रूप से आर्थिक सहयोग के लिए एक संधि तैयार करनी चाहिए। जॉर्डन के मंत्री ने अपने भारत दौरे के नतीजों और आने वाले दिनों में कुछ भारतीय कंपनियों के साथ व्यापार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण एवं रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया को मई 2022 में भारतीय कंपनियों के मौजूदा संबंधों को को बढ़ाने और मजबूत करने व व्यापार के अवसरों की तलाश करने के लिए जॉर्डन का दौरा करने का निमंत्रण भी दिया।
फॉस्फेटिक उर्वरकों और कच्चे माल के अलावा जॉर्डन भारत को एमओपी की नियमित आपूर्ति करने का स्रोत भी है। जॉर्डन के मंत्री ने इफको और आईपीएल के साथ रॉक फॉस्फेट, डीएपी और एमओपी के लिए जॉर्डन की कंपनियों द्वारा लंबी अवधि के समझौता ज्ञापनों को निष्पादित करने के लिए मदद करने पर सहमति व्यक्त की। उर्वरक विभाग और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी एवं इफको व आईपीएल आदि के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।