देहरादून: बुधवार को बीजापुर अतिथि गृह में अल्पसंख्यक वर्ग के एक प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से भेंट कर अल्पसंख्यक वर्ग के लिए संचालित विकास योजनाओं के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण हेतु प्रतिबद्ध है। उत्तराखण्ड छोटा राज्य है और अन्य राज्यों के मुकाबले यहां की भौगोलिक परिस्थिति कुछ अलग है।
राज्य सरकार का प्रयास है कि अल्पसंख्यक वर्ग को प्रदेश के विकास का सहभागी बनाया जाय। जब प्रदेश का विकास होगा, तो उसका लाभ हर वर्ग को मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही में मदरसों के आधुनिकीकरण के लिए 5 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। इसके साथ ही हमारा प्रयास है कि प्रदेश में उर्दू शिक्षकों की भर्ती भी जल्द की जा सके। अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम को और सक्रिय किया जा रहा है। इसकी पूंजी को भी बढ़ाया गया है। अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को हुनर योजना के तहत स्वरोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ऐसे युवाओं को अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम से ऋण दिलाकर उन्हें अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमारा फोकस अल्पसंख्यक वर्ग को आजीविका से जोड़ना है। इसके अलावा मेधावी छात्र-छात्राओं को भी छात्रवृत्ति का लाभ दिया जा रहा है। पी.सी.एस. और आई.ए.एस. की परीक्षाओं के लिए भी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जा रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के विशेषकार्याधिकारी सैय्यद मोहम्मद कासीम ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण हेतु अनेक लाभकारी योजनाएं शुरू की गई है। जिसके लिए अल्पसंख्यक वर्ग के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करने आये है। कार्यक्रम में आर.ए.खान द्वारा बताया गया है कि राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ अल्पसंख्यक वर्ग के लोगो को मिल रहा है।
इस अवसर पर मीर हसन प्रधान, शमसाद, राव शेर मोहम्मद, इजलाम काजमी, सिब्ते नबी सहित अनेक लोग उपस्थित थे।