लखनऊ: किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में रामपुर से सपा सांसद आजम खान पर अब तक 26 किसान जमीन हड़पने का आरोप लगा चुके हैं. इसी कड़ी में रामपुर से 4 पीड़ित किसान राज्यपाल से मिलने पहुंचे. रविवार को किसानों ने राजभवन में राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात कर जमीन वापस कराने की गुहार लगाई.
राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वह इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराकर उचित कार्यवाही करने को कहेंगे.जौहर विश्वविद्यालय के लिए किसानों की जमीनें कब्जाने के आरोप में फंसे आजम खां को प्रशासन ने 19 जुलाई को भूमाफिया घोषित कर दिया है.
भूमाफिया घोषित करने के मामले में जिला अधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया था कि शासनादेश के मुताबिक ऐसे लोगों को भूमाफिया घोषित किया जाता है जो दबंगई से जमीनों पर कब्जा करने के आदी हैं. जो लोग अवैध कब्जे को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं और जिनके खिलाफ पुलिस में केस दर्ज है उनका ही नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू-माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया जाता है.
सरकार भी इसकी निगरानी करती है. उपजिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया था कि आजम खां का नाम भू माफिया पोर्टल पर दर्ज करा दिया गया है. आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी.
उप जिला अधिकारी की ओर से आजम का नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया गया है. आजम खां के खिलाफ एक सप्ताह के दौरान जमीन कब्जाने के 13 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. इनमें एक मुकदमा 12 जुलाई को प्रशासन की ओर से दर्ज कराया गया, जिसमें कहा गया है कि आलिया गंज के 26 किसानों ने जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है.
इन सभी किसानों ने जिला अधिकारी को शपथ पत्र के साथ शिकायत दर्ज कराई थी कि आजम खां ने उनकी जमीन जबरन जौहर यूनिवर्सिटी में मिला ली है. तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन खां ने उन्हें डराया धमकाया. हवालात में बंद किया और चरस व स्मैक में जेल भेजने की धमकी दी. इसी कारण उन्होंने शुरू में शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटाई. न्यूज़ सोर्स TV9 भारतवर्ष