नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से आए 96 स्कूली बच्चों के एक समूह ने पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन, परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष, विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ जितेंद्र सिंह से आज यहां मुलाकात की। ये बच्चे उधमपुर और कठुआ जिले से थे जिनमें 9 लड़कियां और 87 लड़के शामिल थे। बच्चों का यह समूह जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा आयोजित ‘भारत दर्शन’ के दौरे पर है। ये बच्चे अभी दिल्ली में हैं और बाद में आगरा जाएंगे।
डॉ जितेंद्र सिंह ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने देश के सभी क्षेत्रों में विकास लाने के प्रयास किए हैं जिनमें पूर्वोत्तर और जम्मू-कश्मीर जैसे दूरदराज के क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य इन क्षेत्रों से संबंधित युवाओं को समान अवसर देना है। उन्होंने कहा कि दूरदराज के इलाकों के छात्रों के लिए इस तरह के ‘भारत दर्शन’ टूर छात्रों को देश के अन्य हिस्सों के इतिहास और विकास को समझने का अवसर प्रदान करते हैं। छात्रों ने दिल्ली में इंडिया गेट, लालकिला और विज्ञान संग्रहालय का दौरा किया है। मंत्री ने सुझाव दिया कि छात्रों को हॉल ऑफ न्यूक्लियर एनर्जी, नेशनल फिजिकल लेबोरेटरी और नेहरू प्लेनेटेरियम जैसे स्थानों पर भी जाना चाहिए, जो उनके लिए एक अच्छा अनुभव होगा। उन्होंने छात्रों को ऐतिहासिक स्थानों पर जाने पर किसी विशेष स्थान के इतिहास के बारे में अच्छी जानकारी हासिल करने को कहा।
जम्मू-कश्मीर में किए गए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए श्री सिंह ने कहा कि उधमपुर में जल्द ही एक रेडियो स्टेशन शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के तहत उधमपुर में देविका नदी की सफाई के लिए 170.5 करोड़ रूपए मंजूर किए हैं। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक कारणों और धार्मिक विश्वास के कारण स्थानीय लोगों के लिए यह नदी काफी महत्व रखती है। उन्होंने यह भी बताया कि उधमपुर में स्टेडियम को आधुनिक बनाया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कठुआ जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज चलने लगा है और मेडिकल कॉलेज भी जल्द ही खोला जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में जल्द ही बीज प्रसंस्करण संयंत्र और एक बायोटेक पार्क भी बनेगा। इसके अलावा कठुआ जिले में 12 से अधिक पुलों पर काम पूरा हो चुका है।
छात्रों ने भारत दर्शन के तहत टूर आयोजित करने के लिए इस जम्मू-कश्मीर पुलिस का आभार जताया। उनमें से कई बच्चों ने बताया कि वे पहली बार दिल्ली आए हैं और यह उनके लिए एक अच्छा अनुभव है।