सिक्किम के एक पूर्ण रूप से जैविक राज्य होने के कारण, केंद्र ने राज्य की जैविक ऊपज को बढ़ावा देने के लिए सिक्किम में एक उच्च गुणवत्तापूर्ण आधुनिक जैविक परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना करने का निर्णय किया है। यह जानकारी केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने दी। वह आज गंगटोक में फिक्की द्वारा आयोजित सिक्किम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के साथ एक परस्पर संवादपरक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सिक्किम में वर्तमान 1 मिलियन डॉलर के बराबर की जैविक ऊपज को बढ़ाकर 2030 तक 1 बिलियन डॉलर के बराबर के जैविक उत्पाद का निर्यात करने का लक्ष्य निर्धारित करने का भी आग्रह किया। श्री गोयल ने जैविक, टिकाऊ एवं स्वच्छ नवीकरणीय ऊर्जा के लिए भी सुझाव दिया। उन्होंने राज्य में जैविक परीक्षण के लिए लैब-फॉर्म से लैब-ट्रैसिबिलिएटी जांच की सलाह दी। उन्होंने आर्थिक कार्यकलापों को बढ़ाने के लिए विद्यमान बुनियादी ढांचे का उपयोग करने पर भी बल दिया।
उन्होंने कहा कि सिक्किम में एक टिकाऊ राज्य बनने तथा एक जैविक राज्य बन जाने की क्षमता है। उन्होंने इस बात से अवगत कराया कि ऐसा उपलब्धियां राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अधिक मूल्य और लाभ उपलब्ध कराएंगी। उन्होंने स्थानीय युवाओं को डिजाइन तथा पैकेजिंग सुविधाओं पर भी काम करने पर बल दिया। उन्होंने जानकारी दी कि अगर राज्य सरकार भूमि उपलब्ध कराती है तो केंद्र सरकार सिक्किम में राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान और राष्ट्रीय पैकेजिंग परिसर संस्थान स्थापित करने के लिए तैयार है।
दोपहर में, श्री पीयूष गोयल ने गंगटोक में ताशीलिंग सचिवालय के सम्मेलन कक्ष में सरकारी अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में सिक्किम सरकार के मुख्य सचिव श्री विजय भूषण पाठक तथा गंगटोक के डीसी श्री तुषार निखरे तथा अन्य कई अधिकारियों ने भाग लिया।
श्री पीयूष गोयल ने आज अपने दौरे का आरंभ विभिन्न लाइन विभागों के विभागाध्यक्षों तथा अधिकारियों के साथ पीएम गति शक्ति की प्रगति , राष्ट्रीय पॉम ऑयल मिशन, जीबीडी के तहत एमओसीआई, सीएएफपीडी तथा कपड़ा केंद्रीय मंत्रालयों के कार्यक्रमों एवं नीतियों के कार्यान्वयन जैसे मुद्वों पर एक परस्पर संवादपरक बैठक के साथ किया।
उन्होंने कृषि एवं किसान कल्याण के लिए रबर रोपण और उत्पादन तथा जैविक राज्य के लिए तंत्र जैसे कि परीक्षण सुविधा, ब्लौकचेन एवं निर्यात की सुविधाओं की भी समीक्षा की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि बड़ी इलायची, मसाले, होमस्टे और जैविक कृषि पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए जिससे युवाओं को स्वरोजगार करने में सहायता प्राप्त होगी।
श्री गोयल सिक्किम के तीन दिवसीय दौरे पर हैं और वह वाणिज्य एवं उद्योग से संबंधित सरकारी अधिकारियों तथा हितधारकों के साथ मुलाकात करेंगे।