लखनऊ: उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना ने निवेश मित्र पोर्टल में यू0पी0एस0आई0डी0ए0 की 21 नई सेवाओं के संचालन हेतु आनलाइन सेवा का शुभारम्भ किया। इस मौके पर प्रदेश से लगभग 80 सी0आई0आई0 के उद्यमी आनलाइन कान्फे्रंस के माध्यम से जुड़े थे।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “कोविड-19 की चुनौतियों और इसके परिणामस्वरूप लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश सरकार ने औद्योगिक इकाइयों को फिर से शुरू करने और नए उद्योगों की स्थापना हेतु निवेश आकर्षण के उद्देश्य से राज्य में उद्यमों को विभिन्न स्वीकृतियां जारी करने में मानव हस्तक्षेप को और कम करने के लिए भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण अपनाया है। उन्होंने आनलाइन संवाद स्थापित करते हुए इन सेवाओं की विशेषताओं से उद्यमियों को अवगत कराया और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, श्री आलोक टण्डन ने कहा कि निवेश मित्र के साथ उपरोक्त प्राधिकरण की सेवाओं के एकीकरण से उद्यमियों को एक ही पोर्टल से अतिरिक्त सेवाएं प्राप्त हो सकेंगी। इससे राज्य में नए आर्थिक अवसरों का सृजन होगा और उत्तर प्रदेश के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) को बढ़ाने के लिए तीव्र औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। उन्होंने बताया कि जिला, मण्डल और राज्य स्तर के उद्योग बंधु में उद्योगों के प्रकरणों के त्वरित समाधान को सुनिश्चित करने के लिए एक नई ऑनलाइन शिकायत निवारण सुविधा को जल्द ही निवेश मित्र पोर्टल के साथ एकीकृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ये नई सेवाएं उ. प्र. राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) द्वारा राज्य में अपने औद्योगिक क्षेत्रों में संचालित या स्थापित किए जाने वाले उद्यमों और उद्योगों को प्रदान की जाती हैं।
प्रमुख सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, श्री आलोक कुमार ने अवगत कराया है कि प्राधिकरण की 21 नई सेवाओं को सम्मिलित करने के साथ अब 20 विभागों द्वारा निवेश मित्र के माध्यम से प्रदान की जा रही ऑनलाइन सेवाओं की कुल संख्या 146 हो गई है, जिसके फलस्वरूप निवेश मित्र देश की सबसे बड़ी और व्यापक विण्डो प्रणालियों में से एक बन गई हैं।
यूपीसीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री अनिल गर्ग ने बताया कि यूपीसीडा द्वारा अब तक 21 नवीन सेवाओं के अतिरिक्त ऑनलाइन सिंगल विण्डो पोर्टल निवेश मित्र के माध्यम से 2500 उद्योगपतियों को भूमि आवंटन और भवन योजना से सम्बंधित स्वीकृतियां प्रदान की हैं, जिनके लिए उद्यमियों एक बार भी प्राधिकरण के कार्यालय नहीं आना पड़ा। उन्होंने बताया कि सुदृढ़ जीआईएस टैगिंग सेे प्राधिकरण के सभी औद्योगिक क्षेत्रों का सचित्र विवरण पोर्टल पर उपलब्ध कराया गया है। वर्तमान में यू0पी0एस0आई0डी0ए0/यू0पी0एस0आई0डी0सी0 की कुल 24 आनलाइन सेवायें निवेश मित्र के माध्यम से उद्यमियों के उपयोगार्थ उपलब्ध हैं।
उद्योग बंधु की अधिशासी निदेशक एवं सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, श्रीमती नीना शर्मा ने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा फरवरी 2018 में निवेश मित्र के उन्नत संस्करण के शुभारम्भ के बाद से अब तक निवेश मित्र सिंगल विण्डो पोर्टल के माध्यम से कुल 1,26,191 (75 प्रतिशत्) स्वीकृतियां जारी की गई है, जब कि कुल 73 प्रतिशत् उपयोगकर्ताओं द्वारा इस आॅनलाइन सुविधा को ‘संतोषजनक’ माना गया है।
ज्ञात हो कि राज्य की निवेश प्रोत्साहन संस्था-उद्योग बंधुनिवेश मित्र के संचालन व प्रबंधन हेतु नोडल एजेंसी है।
आज दिनांक 20.04.2020 को निवेश मित्र में एकीकृत 21 नई सेवाओं को यू0पी0एस0आई0डी0ए0 की एजेंसी ई0 एवं वाई0 द्वारा तैयार किया गया है, जिसे प्रदेश की संस्था निवेश मित्र (उद्योगबन्धु) एवं एन0आई0सी0 विभाग द्वारा अपने स्तर से सघन परीक्षण एवं पोर्टल से एकीकृत किये जाने हेतु महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है। 21 नई सेवाएं निम्नवत हैंः-
- नए उत्पादों को सम्मलित करने हेतु आवेदन
- परियोजना परिवर्तन हेतु आवेदन
- लीज डीड निष्पादन एवं पंजीकरण हेतु आवेदन
- निस्तारीकरण के उपरांतए भूखंड की बहाली हेतु आवेदन
- आवंटी की मृत्यु के बाद कानूनी उत्तराधिकारी की मान्यता प्राप्त करने हेतु आवेदन
- आवंटी फर्म कंपनी के पुनर्गठन अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने हेतु आवेदन
- भूखण्ड हस्तांतरण हेतु आवेदन
- अतिरिक्त इकाई की स्थापना हेतु आवेदन
- भूखंड को किरायेदारी पर देने हेतु आवेदन
- परियोजना की स्थापना के लिए समयविस्तरण हेतु आवेदन
- वित्तीय संस्थान के पक्ष में गिरवी रखने की अनुमति हेतु आवेदन
- वित्तीय संस्थान के पक्ष में दूसरा प्रभार के निर्माण की अनुमति हेतु आवेदन
- संयुक्त बंधक की अनुमति हेतु आवेदन
- वित्तीय संस्था को लीज डीड का हस्तांतरण हेतु आवेदन
- उत्पादन शुरू करने के लिए प्रमाण पत्र जारी कराने हेतु आवेदन
- भूखंड के समर्पण और वापसी योग्य राशि की वापसी हेतु आवेदन
- बकाया भुगतान की जानकारी हेतु आवेदन
- पूर्ण भुगतान पश्चात अदेयतन प्रमाण पत्र जारी कराने हेतु आवेदन
- आवंटी को पट्टाविलेख सौपने का आवेदन
- आरक्षित धनराशि का ऑनलाइन भुगतान
- देय राशि का ऑनलाइन भुगतान