देहरादून: आयोजक उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद उद्योग निदेशालय, देहरादून एवं प्रायोजक विकास आयुक्त (हथकरघा) भारत सरकार द्वारा नेशनल हैण्डलूम एक्सपो में मंगलवार को क्रिसमस के त्यौहार के अवसर पर लोगों की भारी संख्या देखने को मिली। यह प्रदर्शनी 9 जनवरी तक चलेगी।
प्रायोजक भारत सरकार द्वारा पवेलियन थीम के नाम पर एक प्रदर्शनी लगाई गयी है। इस प्रदर्शनी में भारत के लगभग 15 राज्यों से हथकरघा बुनकरों द्वारा बनाये गये उत्पाद रखे गये हैं। प्रदर्शनी का मकसद उत्तराखण्ड एवं देहरादून वासियों को सस्ती व अच्छी उत्पाद सामग्री उपलब्ध कराना है। पवेलियन थीम में भारत के कर्नाटक, असम, मध्य प्रदेश, जयपुर, उड़ीसा, गुजरात, अगरतला सहित लगभग 15 राज्यों के उत्पाद इस प्रदर्शनी में लगाये गये हैं।
पवेलियन थीम के इन्चार्ज एसपी खण्डूरी ने बताया कि किस तरह मेहनत करके एक बुनकर इन उत्पादों को बनाता है वह यहा दिखाया गया है। यहां पर प्रदर्शनी में बुनाई वाला चरखा भी रखा गया है जिसके द्वारा खादी तैयार किया जाता हैं। यहां पर प्राकृतिक रंगों से किस तरह कपड़ों पर रंगाई की जाती है वह भी दिखाया गया है। उन्होंने बताया कि भारत के हर राज्य में इसका सेन्टर खोला गया है। अति महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके सेन्टर गावों इलाकों में ज्यादा खोले गये हैं जिससे गांव वासियों को रोजगार मिल सके। उत्तराखण्ड में इसका सेन्टर चमोली में खोला गया है।
चमोली सेन्टर से आये जूनियर असिस्टेंट राज सिंह ने बताया कि इन उत्पादों को रंगाई व छपाई के लिए तथा उत्पाद को कैसे तैयार किया जाता है इसके लिए भारत सरकार ने तीन वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी शुरू किया हुआ है। इसमें बताया जाता है कि किस तरह से प्राकृतिक सौन्दर्य इन उत्पादों में चित्रकारी व बुनाई की जाती है और फिर ग्राहकों के सामने पेश किया जाता है। इस प्रदर्शनी में पवेलियन थीम के इन्चार्ज एसपी खण्डूरी, चमोली सेन्टर के जूनियर असिस्टेन्ट राज सिंह आये हुए हैं।