लखनऊः चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने आज कहा कि प्रदेश में अपने कार्यक्षेत्र पर पूरे सेवा भाव और समर्पण से कार्य करने वाले छोटे कर्मचारियों, ए.एन.एम. और आशा के कार्यों को हाईलाइट करने के साथ-साथ उन्हें पुरस्कृत करने की योजना बनायी जाये। उन्होंने कहा इसके लिए भी शीघ्र ही एक मैनुअल बनाया जाये। उन्होंने कहा सेवा देने वाले बहुत से कर्मचारी ऐसे हैं, जो समर्पित भाव से सेवा करते हैं। ऐसे कर्मचारी का सम्मान एक सकारात्मक माहौल को जन्म देता है और प्रेरणा का बड़ा उदाहरण भी बनता है। उन्होंने कहा ऐसे कर्मचारी के चयन के लिए जनता की राय को शामिल किया जाये। अमित मोहन ने ये निर्देश आज यहां लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) में आयोजित नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की स्टेट टास्क फोर्स की बैठक को सम्बोधित करते हुए दिए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री अमित मोहन ने कहा कि फ्रंट लाइन वर्कर्स के कोविड-19 टीकाकरण के चालू सत्रों के साथ ही तीसरे चरण के टीकाकरण की कार्ययोजना भी बना ली जाये। उन्होंने निर्देश दिया कि तीसरे चरण में 50 वर्ष से ऊपर की आयु के टीकाकरण में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को प्राथमिकता से टीकाकरण का लाभ दिया जाये। उन्होंने टीकाकरण के लिए पंजीकरण में आ रही समस्याओं पर भी चर्चा की तथा पंजीकृत सभी हेल्थ वर्कर्स तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण पूर्ण किए जाने के निर्देश दिये।
बैठक में चर्चा के दौरान स्टेट टीकाकरण अधिकारी डा0 अजय घई ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन के दौरान अब ए.ई.एफ.आई. (एक्यूट इवेन्ट फाॅलिंग इम्यूनाइजेशन) की संख्या में कमी आ गई है। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि कोविड-19 टीकाकरण की भांति ही नियमित टीकाकरण में भी ए.ई.एफ.आई. की रिपोर्ट बनायी जाये। उन्होंने कोविड वैक्सीन टीकाकरण के दौरान वैक्सीन वेस्टेज पर चिन्ता व्यक्त करते हुए वेस्टेज रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कुछ जिले में वैक्सीन वेस्टेज का प्रतिशत माइनस में हैं, जिनसे कार्यपद्धति को सीख कर व्यवहार में लाया जा सकता है।
प्रदेश में कोल्ड चेन व्यवस्था की समीक्षा करते हुए अपर मुख्य सचिव ने कहा कि यह व्यवस्था प्रदेश के हर जिले में प्रथम श्रेणी के अंतर्गत शत-प्रतिशत बनायी जाये। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार प्राथमिकता से स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ कर रही है। इसलिए जिन जिलों में कोल्ड चेन की निर्धारित व्यवस्थाओं में कमी है वहां से रिक्वायरमेंट मंगवा कर व्यवस्था को सुदृढ़ बनवाया जाये। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के डेटा फीडिंग के कार्य को पेपरलेस करने के क्रम में लाये जा रहे ‘अनमोल ऐप’ को शीघ्र क्रियाशील करने के निर्देश दिए।
पल्स पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए अपर मुख्य सचिव ने कहा प्रदेश पिछले दस वर्षों से पोलियो मुक्त है इसलिए इसके नियंत्रण हेतु दी जा रही अतिरिक्त डोज पर विचार करके अन्य संक्रामक रोगों की रोकथाम पर गम्भीरता से ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है, जिससे पोलियो की दी भांति प्रदेश को अन्य संक्रामक रोगों से भी मुक्त किया जा सके।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ने रोटरी क्लब और आई.आई.एम. से आये प्रतिनिधियों से तीसरे चरण के कोविड वैक्सीनेशन में सहयोग पर भी चर्चा कर प्रतिभागिता के लिए अपील की।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में मिशन निदेशक, रा0स्वा0मि0 अपर्णा उपाध्याय, महानिदेशक परिवार कल्याण डा0 राकेश दुबे, स्टेट टीकाकरण अधिकारी डा0 अजय घई, राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा0 मनोज, उपनिदेशक सूचना हंसराज सहित आई.सी.डी.एस., नगरीय विभाग, यू.पी.टी.सी.यू., डब्ल्यू.एच.ओ., यूनीसेफ तथा अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।