लखनऊ: जनपद न्यायालय लखनऊ में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें जनपद न्यायाधीश श्रीनरेन्द्र कुमार जौहरी द्वारा सिविल कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत पर बड़ी संख्या में वादकारियों ने अपने मुकदमों के त्वरित निस्तारण के लिये गरमजोशी से हिस्सा लिया।
यह जानकारी सचिव जिला विधिक सेवा प्रधिकरण/सिविल जज सीनियर डिविजन जनपद न्यायालय लखनऊ श्री निर्भय प्रकाश ने आज यहा दी। उन्होंने बताया कि आज सम्पन्न हुई लोक अदालत में जनपद न्यायालय लखनऊ में लगभग 21145 वाद नियत किये गये, जिसमें से कुल 12079 वादों का निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में चेक बाउन्स केसेज, बैक रिकवरी केसेज, अपराधिक शमनीय वाद, वैवाहिक वाद, मोटर एक्सीडेंट क्लेम पिटीशन वाद, किरायेदारी वाद, सुखाधिकार, व्यादेश, उत्तराधिकार आदि दीवानी वादों का भी निस्तारण किया गया, और कुल 78796935/- रूपये की धनराशि जुर्माने व समझौता राशि के सम्बन्ध में आदेश किया गया।
श्री निर्भय प्रकाश ने बताया कि इसके अतिरिक्त बैंक वसूली, फाइनेन्स व मोबाइल कम्पनीयों के बिल बकाया प्री-लिटिगेशन स्तर पर 442 वादों का जनपद न्यायालय में निस्तारण किया गया, जिनके समझौता राशि 28261785/- रुपये है।लखनऊ के समस्त राजस्व व चकबन्दी न्यायालयों में कुल 1323 वाद निस्तारित किये गये। इस प्रकार जनपद लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में आज 22 अप्रैल, 2018 को कुल 13844 मुकदमें निस्तारित किए गए और जिनकी समझौता व जुर्माना राशि 107058720/- रुपये है।