देहरादून: कोरोना से प्रभावित हुए उत्तराखंड पर्यटन और चारधाम यात्रा से जुड़े पर्यटन कार्मिकों के खाते में अब तक करीब साढे चार करोड़ रुपये की राहत राशि पहुंचा दी गई है। इसमें प्रदेश भर के करीब 12 हजार पर्यटन कार्मिकों को सीधा लाभ मिला है। जबकि आवेदन करने वाले पर्यटन कार्मिकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से राहत पैकेज जमा करने की प्रक्रिया अभी भी जारी है।
कोविड संक्रमण के चलते आर्थिक मंदी से जूझ रहे चारधाम यात्रा व पर्यटन से जुड़े कार्मिकों के लिए माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 200 करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। इसके तहत बीते अगस्त माह में उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग ने 66.66 करोड का शासकीय आदेश जारी किया था और पर्यटन विभाग में पंजीकृत एडवेंचर टूर ऑपरेटर, टूर ऑपरेटर, रिवर गाइड, बोट संचालक के खाते में एक मुश्त दस हजार रुपये की आर्थिक राशि जमा की जा रही है। जबकि पर्यटन एवं अन्य विभागों में पंजीकृत पर्यटन व्यवसाय की विभिन्न गतिविधियों के संचालन में कार्य करने वाले व्यक्तियों को प्रतिमाह 2 हजार रुपये की आर्थिक सहायता के तौर पर दिए जा रहे हैं। राहत राशि लाभार्थियों के खाते में डीबीटी के माध्यम से जमा किया जा रहा है। प्रदेश में सबसे अधिक नैनीताल जिले के 2449 लाभार्थियों के खाते में राहत राशि जमा कर दी गई है। जबकि दूसरे नंबर पर देहरादून के 2359 लाभार्थियों के खाते में राहत राशि जमा की गई है। ऐसे ही टिहरी के 1543, पिथौरागढ़ के 1084, रुद्रप्रयाग के 681, चमोली के 581, उत्तरकाशी के 552, अल्मोड़ा के 503, हरिद्वार के 472, उधमसिंह नगर के 403, पौड़ी के 328, बागेश्वर के 230 और चम्पावत के 145 लाभार्थियों के खाते में राहत राशि भेजी गई है।
श्री दिलीप जावलकर, सचिव पर्यटन ने बताया कि कोरोना और लंबे लॉकडाउन व राज्य में स्थगित चारधाम यात्रा से पर्यटन उद्योग को बड़ा नुकसान हुआ है। कोरोना के तेजी से कम होते मामलों के बाद से ही पर्यटन उद्योग को पटरी पर लाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। पर्यटन उद्योग से जुड़े कार्मिकों के खाते में सीधे डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में राहत राशि भेजी जा रही है। अभी तक करीब 12 हजार लाभार्थियों के खाते में लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये की राहत राशि जमा की जा चुकी है।