लखनऊ: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने रविवार को उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर का विधानसभा के सामने पुतला फूंका। इस दौरान उन पर पिछड़े और दलितों की छात्रवृत्ति ना मिलने का मुख्य दोषी ठहराया है। प्रदेश सह मंत्री विवेक सिंह मोनू और उज्जवल त्रिपाठी के नेतृत्व में सारे सारे कार्यकर्ता जीपीओ पर एकत्रित होकर मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
प्रान्त संगठन मंत्री सत्यभान सिंह ने बताया कि शकुन्तला विवि को मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने दलाली और चोरी का अड्डा बना दिया है। जो विवि शीर्ष स्तर पर जा रहा था, उसे मंत्री ने अपनी मनमानी के चक्कर में पढ़ाई को माहौल को खराब कर दिया है।
उन्होंने बताया कि पिछले कई दिनों से यहां पर पूर्णकालिक कुलपति ना होने के कारण विवि में पढ़ाई व्यवस्था से लेकर सारी व्यवस्थाओं को चैपट कर दिया। इनके पास दिव्यांगता का मंत्रालय होने के बावजूद भी यह दिव्यांगों के हकों में डाका डाल रहे हैं। हर विषय में कमीशन बाजी का खेल कर रहे हैं। मनमानी ढंग से विवि को संचालित करवा रहे हैं। यह विवि अब राजभर का राजनितिक कार्यालय बन गया है। इस पर रोक ना लगी तो छात्रों का भविष्य अंधकार की ओर चला जायेगा। एक सप्ताह में अगर विवि के हालत ना सुधरे तो ओमप्रकाश राजभर के घर का घेराव किया जायेगा।
विभाग संगठन मंत्री अभिलाष ने बताया कि शकुन्तला विवि में वर्तमान में पढ़ाई का माहौल खत्म हो गया है। वहां से राजनैतिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पिछड़ों और दलितों को मिलने वाली वाली छात्रवृत्ति लगातार देरी हो रही है। छात्रावासों की समस्याओं की अनदेखी हो रही है। कई बार ज्ञापन देने के बाद भी मंत्री जी सो रहे हैं।
उनसे वार्ता का प्रयास किया गया, लेकिन मिले भी नहीं। एक छात्रा की मौत पर भी मंत्री ने कोई कार्यवाही भी नहीं की। इस मौके पर महानगर संगठन मंत्री अंशुल श्रीवास्तव ने कहा कि कैन्टीन व्यवस्था और छात्रों को मिलने वाली वाईफाई व्यवस्था को ध्वस्त कर रखा है। बार-बार कहने बावजूद भी वह विवि की व्यस्था ठीक नहीं कर पा रहे हैं। इस दौरान विनय सिंह, हेमन्त, अनुज, सूरज, रितेश, हरदेव, हर्षित, राजकुमार यादव, अतुल, सुभाष, अखण्ड, अंकेश अमन, रवि, गौरव, हैरी समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।