लखनऊ: वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक डा0 राकेश अग्रवाल के अनुसार सेब पित्तनाशक, वातनाशक, शीतल, भारी, पुष्टिकारक, हृदय के लिए फायदेमंद, वीर्यवर्धक तथा मसाने एवं गुर्दों को साफ करने वाला बहुउपयोगी फल है। इससे अनेक आयुर्वेदिक दवाइयां बनती हैं। इसमें सर्वाधिक मात्रा में फास्फोरस के अतिरिक्त आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, शर्करा तथा बी समूह के विटामिन भी पर्याप्त मात्रा में होता हैं।
कार्बोहाइड्रेट का एक रूप पेक्टीन भी इसमें खूब पाया जाता है। सेब हृदय रोग व पथरी रोगी के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। रोगी को प्रतिदिन चार-पाॅच पके हुए सेब खाना चाहिए। जिगर के रोगी के लिए सेब अमृत के समान है। उन्हें दिन में हर बार भोजन से पहले दो ताजा-मीठे सेब खाने चाहिए या सेब की चाय पीनी चाहिए।
मस्तिष्क की कमजोरी दूर करने के लिए सेब एक बढ़िया इलाज है। ऐसे रोगी को शाम को एक गिलास सेब के रस के साथ दिन व रात में एक-एक पका मीठा सेब खाना स्वास्थ्यवर्धक होता है। इससे एक महीने में ही रोगी की सेहत में सुधार आने लगता है। जिन लोगों की आंखे कमजोर हो उन्हें एक ताजा सेब की पुल्टिस कुछ दिनों तक आखों पर बांधनी चाहिए। यदि भोजन के साथ प्रतिदिन ताजा मक्खन तथा मीठा सेब खाएं तो नेत्र ज्योति तो तेज होती है, साथ ही दस्त व पेशाब खुलकर आता है। तथा चेहरा सुर्ख हो जाता है।
बुखार में यदि रोगी को प्यास, जलन, थकान तथा बेचैनी हो तो सेब की चाय या ताजा सेब का रस पिलाना चाहिए । इससे मरीज को तुरन्त आराम मिलता है। गले में घाव, छाले हो या किसी भी चीज के निगलने में कष्ट होता हो तो अच्छे ताजे सेब का रस निकालें फिर चम्मच से धीरे-धीरे रस गले तक ले जाएं और कुछ समय के लिए गले में रोककर रखें। इससे काफी लाभ होता है।
पेट में गैस की शिकायत पर एक मीठे सेब में लगभग 10 ग्राम लौंग चुभाकर रख दें। दस दिन बाद लौंग निकालकर तीन लौंग तथा एक मीठा सेब नियमित रूप से खाएं। पेट में कीड़े की समस्या से निदान के लिए प्रतिदिन दो मीठे सेब या एक गिलास ताजा सेब का रस का सेवन करें। इससे कीड़े मर जाते हैं और मल के रास्ते निकल जाते है। कब्ज दूर करने के लिए रोज सुबह खाली पेट दो सेब खाएं। इसके अलावा नियमित सेब खाने से कई प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष बीमारियों से छुटकारा मिलता हैै।
6 comments