देहरादून: राज्य के सामाजिक व शैक्षिक विकास में ईसाई समुदाय की महत्वपूर्ण भागीदारी रही है। देहरादून के मिशनरी स्कूलों का राष्ट्रनिर्माण में योगदान रहा
है। बहुत से लोग राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों में भी मानवता व समाज की सेवा के लिए काम कर रहे हैं। न्यू कैंट रोड़ स्थित मुख्यमंत्री आवास में क्रिसमस पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पूरी दुनिया के साथ ही हमारे उत्तराखण्ड ने भी क्रिसमस का त्यौंहार पूरे जोश व उत्साह के साथ मनाया है। एक दूसरे के त्यौंहारों को मनाना व एक दूसरे के सुख दुख में शमिल होना हमारे देश व समाज की विशिष्टता है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने क्रिसमस की बधाई देते हुए कहा कि सबको साथ लेकर चलना हमारी पम्परा है। उन्होंने कहा कि राज्य में कुछ स्कूल हमारी हेरीटेज(विरासत) हैं। इनकी मदद किस प्रकार की जा सकती है, इस पर कार्ययोजना तैयार की जाएगी। मसूरी के हाथीपांव स्थित जाॅर्ज एवरेस्ट में म्यूजियम विकसित किया जाएगा। और भविष्य में एवरेस्टरोहण में सफल होने वाले पर्वतारोहियों को राज्य के अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमारे राज्य में बहुत से ब्रिटिशर्स की कब्रगाहें हैं। यदि हमें उनके वंशजों का विवरण मिल जाए तो हम उन्हें राज्य में आमंत्रित करेंगे कि वे अपनी जड़ों से जुडें। इसके लिए पर्यटन विभाग को निर्देशित किया गया है। कब्रिस्तानों के लिए भूमि की समस्या भी प्रमुख है। इस समस्या के निदान के लिए भी प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारियों को कहा गया है कि वे अतिरिक्त भूमि तलाशें ताकि सामुदायिक सेवाओं के लिए सामाजिक संस्थाओं को दी जा सके।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने इस अवसर पर केक भी काटा और उपस्थित लोगों में वितरित किया। उन्होंने ईसाई समुदाय के गणमान्य जनों को सम्मानित भी किया।