चमोली: नन्दप्रयाग में तहसील की स्थापना को लेकर लम्बे सयम से चली आ रही क्षेत्रवासियों की मांग आज पूरी हो गयी। प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नवसृजित नन्दप्रयाग तहसील का आज विधिवत उद्घाटन कृषि मंत्री राजेन्द्र भण्डारी, डिप्टी स्पीकर डा0 अनुसूया प्रसाद मैखुरी, क्षेत्रीय विधायक/सभा सचिव प्रो0 जीतराम की उपस्थिति में क्षेत्रवासियों को बड़ी सौगात दी है।
नन्दप्रयाग में आयोजित उद्घाटन समारोह में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर बुनियादी सुविधाओं की स्थापना करना उनकी सरकार की प्राथमिकता रही है। कहा किय सरकार द्वारा किये गये विकास कार्य आज लोगों के समक्ष हंै। जनपद में बद्रीनाथ, आॅली, नीति-माणा सहित कई धार्मिक एवं पर्यटन स्थल मौजूद है। उन्होंने कहा कि पर्यटन सुविधाओं की स्थापना कर जिले को पर्वतीय विकास के एक माॅडल के रूप में विकसित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने खेती पर जोर देते कहा कि अपनी खेती की जमीन को अपने गांव की ही महिला मंगल दलों को लीज पर देने हेतु कानूनी प्राविधान बनाया जायेगा। कहा कि अपने खेतों में ही कार्य करने पर महिलाओं को मनरेगा श्रमिक का दर्जा दिया जायेगा। स्वयं सहायता समूहों के खातों में अगले महीने तक 5 हजार की धनराशि सहायता के तौर पर दी जा रही है। स्वयं सहायता समूहों के कार्य शुरू करने पर 20 हजार की धनराशि तथा सामूहिक रूप से खेती करने पर 1 लाख रूपये का अनुदान देने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि आज खिलती कलियों से लेकर दादी मां तक विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में सबसे ज्यादा प्रकार की पेंशन उत्तराखण्ड राज्य दे रहा है और इस अभियान को आगे भी जारी रखा जायेगा। राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न पेंशन योजनाओं की धनराशि को बढाकर 1 हजार रुपये प्रतिमाह किया गया है। उन्होंने क्षेत्र की जनता को शुभकामनाऐं देते हुए विकास कार्यो में राज्य सरकार के साथ मिलकर कार्य करने का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक प्रगति के लिए हमें शिक्षा, खेती के साथ-साथ हस्तशिल्प/दस्तकारी को भी विकसित करना होगा। कहा कि उन्नत खेती के लिए सरकार ने ठोस योजनाऐं तैयार की है। मडुवा, झंगोरा, गहथ, काला भट्ट आदि फसलों के उत्पादन के साथ ही जल संचय, पेड लगाने पर बोनस देनेे की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड आज विकास के पथ पर अग्रसर है तथा भारत के नीति आयोग के अनुसार देश के सबसे तेज तरक्की करने वाले 6 राज्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य राज्य से गरीबी को हटाना व पलायन रोकना है। कहा कि विभिन्न विभागों में रिक्त 30 हजार पदों को भरने का कार्य चल रहा है जिसमें से 16 हजार पदों पर नियुक्ति की जा चुकी है। राज्य में 1 हजार सड़कों का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सड़क बनाने का उदेश्य गांवों को उत्पादन केन्द्र के तौर पर विकसित करना है ताकि गांव के उत्पाद शहर लाये जा सके। उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा के लिए बन्दरों हेतु बन्दर बाडे व सुअरो के लिए सुअर रोधी दीवारों का बनायी जा रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रा0इ0काॅलेज थिरपाक का नाम शहीद अजय लाल के नाम पर रखने की घोषाण भी की।
कार्यक्रम में विधान सभा उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक डा0 अनुसूया प्रसाद मैखुरी ने भी जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जनपद के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली आदि क्षेत्र में एतिहासिक कार्य किये है। कहा कि सरकार द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लोगो को लाभ मिल रहा है। इसके साथ ही विधायक/सभा सचिव प्रो0 जीतराम ने भी जिले में विभिन्न विकास कार्यो के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष लखपत सिंह बुटोला, नगर पंचायत अध्यक्ष किरन रौतेला, वरिष्ठ कांगेसी नेता अय्याजुददीन सिद्विकी, एडवोकेट समीर बहुगुणा, क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य, कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र रावत, नगर अध्यक्ष कांग्रेस चन्द्रशेखर बल्लभ, यूथ ब्लाक अध्यक्षक नरेन्द्र सिंह तोपाल, सघर्ष समिति के अध्यक्ष जीआर मुन्याल, महासचिव विक्रम नेगी, उपाध्यक्ष नरेन्द्र कठैत, संगठन सचिव गुड्डू राजा, संयोजक जगदीश प्रसाद, पंकज बहुगुणा, शैलेन्द्र सिंह बिष्ट, अनिल कठैत, सुरेन्द्र सिंह, क्षेत्रीय ग्राम प्रधान, सहित पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शनी, अपर जिलाधिकारी जगदीश लाल, एसडीएम योगेन्द्र सिंह, सीएओ दिनेश कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी एसएस यादव आदि मौजूद थे।