देहरादून: मंत्री मदन कौशिक ने देहरादून के एक स्थानीय होटल में स्टार रेटिंग फाॅर गार्बेज फ्री सीटिज के विषय पर आयोजित क्षमता अभिवृद्वि कार्यशाला के अवसर पर कहा कि स्वच्छता की दिशा में सरकारी मोड की जगह, मिशन मोड में कार्य करें। स्वच्छता की दिशा में नागरिकों के भावना में परिवर्तन आया है। इसके प्रभाव से स्वच्छता की दिशा में प्रदेश में एक बड़ा लक्ष्य प्राप्त किया है। उन्होंने कहा दण्ड के साथ जागरूगता भी स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक हुआ है। हल्द्वानी की विशेष रूप से चर्चा करते हुए कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में एक रोल माडल के रूप में उभरा है। इसके अतिरिक्त टिहरी जनपद की भी स्वच्छता के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा हमारे प्रदेश ने पूरे देश में अच्छी रैकिंग की स्थिति प्राप्त की है। परन्तु डाॅक्यूमेंटेशन ठीक ढंग से न हो पाने के कारण इस उपलब्धि का प्रदर्शन नहीं हो पाया है। इसलिए उन्होंने स्वच्छता के क्षेत्र में हुए कार्यों के डाक्यूमेंटेशन पर बल दिया।
उन्होंने कहा नगर निकाय में स्वच्छता के लिए किसी प्रकार की धन की कमी नहीं है। इस सम्बन्ध में उन्होंने शासनादेश की विपरीत राज्य वित्त आयोग द्वारा प्राप्त धन को वेतन और स्वच्छता से सम्बन्धित उपकरण में खर्च न करने वाले अधिशासी अधिकारियों की जाॅच करने का निर्देश सचिव को दिया। उन्होंने कहा सड़क और नाले का निर्माण दूसरी एजेंसी से कराया जाय। सचिव शहरी विकास ने कहा कि आज नगर, किसी भी देश के विकास का इंजन बन चुका है। इसलिए विकास के लिए जरूरी है कि नगरीय इंजन को मजबूत किया जाय। उन्होंने सफाई को विकास का महत्वपूर्ण इंडैक्स कहा। उन्होंने कहा ओ.डी.एफ. में राज्य ने अपना लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। परन्तु इसमें निरन्तरता एवं जागरूगता बनाये रखने की आवश्यकता है।
मंत्री ने कहा कि मुझे उम्मीद ही नहीं वरन् पूर्ण विश्वास है कि ओ.डी.एफ स्टेट्स प्राप्त करने के उपरान्त गार्बेज फ्री सीटीज विकसित करने की भारत सरकार की इस नई मुहिम में भी राज्य के निकाय अपना दमदार प्रदर्शन जारी रखेगें।
गत वर्ष प्रधानमंत्री द्वारा स्वतंत्रता दिवस संकल्प पर्व के रूप में मनाने तथा आगामी पाॅच वर्षों तक संकल्प से सिद्वि महा अभियान चलाने का आह्वान किया गया था। सभी देश वासियों से यह संकल्प लेने की अपील की गई थी कि वे एकजुट होकर अगले पाॅच सालों में नवभारत का निर्माण करें। आईये आज हम सब मिलकर पुनः संकल्प लें कि गंगा और यमुना जैसी जीवन दायनी नदियों के जैसे इस प्रदेश को स्वच्छ, सुन्दर एवं कूड़ा मुक्त बनाऐंगे।