देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सेंट जोसेफ एकेडमी, देहरादून के 85वें वार्षिक समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान से ही नही बल्कि बहुआयामी व्यक्तित्व से पूरा होता है। छात्रों में किसी भी विषय को जानने की जिज्ञासा होनी चाहिए। जिज्ञासा के साथ ही जीवन में लक्ष्य निर्धारित करने से आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। महान वैज्ञानिक आइंस्टीन ने कहा था कि हमे अतीत से सीखते हुए आज के लिये जीना चाहिए। जीवन में आगे बढ़ने के लिये यह जरूरी है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सेंट जोसेफ एकेडमी ने अपनी इस 85 वर्ष की यात्रा में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रयासों से उत्तराखण्ड में अपनी विशिष्ट पहचान बनायी है। एकेडमी द्वारा छात्रों को बेहतर शिक्षा के साथ ही व्यक्तित्व विकास से सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियों से जोड़ने के प्रयासों की भी उन्होंने सराहना की। उन्होंने कहा कि छात्रों में समाज के प्रति समर्पण का भी भाव होना चाहिए। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अभिभावकों का भी आह्वान किया कि वें बच्चों की बातों को गम्भीरता से लें, उनके मन में नये-नये आइडिया आते है। उन्हें प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। यह बच्चों को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने में उनका बड़ा योगदान होगा। उन्होंने कहा कि हमें बच्चों को हमेशा सही सीख देनी चाहिए तथा उनकी जिज्ञासाओं को शांत करने का प्रयास करना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि यह खुशी की बात है कि आज बच्चे सामाजिक गतिविधियों में भी भाग ले रहे है। इसके लिए उन्होंने रिस्पना व कोसी नदी में किये गये वृहद वृक्षारोपण में बच्चों द्वारा निभाई गई भागीदारी का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने अभिभावकों से यह भी अपेक्षा की वे बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी अवश्य दें। दुर्घटना असहनीय होती है, इसका हमें सदैव ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बन्द करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक् के दुष्प्रभावों से भी बच्चों को अवगत कराया जाना समय की जरूरत हैं। प्लास्टिक् मुक्त अभियान में भागीदारी निभाकर ही हम सच्चे भारतीय बन सकेंगे। उन्होंनें इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों को प्रेरणादायी बताया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छात्रों को दीपावली की अग्रिम बधाई दी तथा ग्रीन दीवाली मनाने की अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने एकेडमी के मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया। छात्र-छात्रों द्वारा दी गई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आकर्षक् प्रस्तुति की भी उन्होंने प्रशंसा की। एकेडमी के प्रधानाचार्य ब्रदर जेसलिन ने संस्थान के क्रियाकलापों की जानकारी दी।