देहरादून: शिक्षा के उन्नयन में निजी शिक्षण संस्थानों को राज्य सरकार पार्टनर के तौर पर मानती है। बिना निजी शिक्षण संस्थानों के प्रयासों के सर्व शिक्षा व प्रतियोगात्मक शिक्षा के लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सकता है। शारदा पब्लिक इंटर कालेज, राजीव नगर, देहरादून में राजकीय मान्यता प्राप्त विद्यालय एसोसिएशन के प्रथम अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि क्वालिटी शिक्षा में निजी शिक्षण संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। ये स्कूल शिक्षा व्यवस्था में बहुत सी कमजोरियों को दूर करने में सहायक हैं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि बच्चों को शिक्षा देने में शिक्षकों के साथ ही अभिभावकों व समाज हम सभी का भी दायित्व है। उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों के साथ प्रतिदिन 2 घंटे अवश्य बैठकर स्वयं पढ़ाएं। इससे बच्चों के मन में गुणात्मक परिवर्तन आएगा। जो अभिभावक अपने बच्चों को पर्याप्त समय देते हैं, उनके बच्चे दूरदराज के स्कूलों में पढ़कर भी अच्छे अंक लाते हैं। प्रतिस्पर्धी उत्कृष्टता का वातावरण बनाने में हम सभी को मिलजुलकर प्रयास करने होंगे।
उŸाराखण्ड शिक्षा सलाहकार समिति में मान्यता प्राप्त विद्यालय एसोसिएशन के लोगों को नामित करने संबंधी एसोसिएशन की मांग पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि इस पर विचार किया जाएगा। मान्यता प्राप्त विद्यालयों में अध्यापन के लिए जीवन अर्पित करने वाले अध्यापकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए कार्ययोजना पर विचार करने के लिए मुख्यमंत्री श्री रावत ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों को सीएम आवास आने को कहा।
विधायक उमेश शर्मा काउ ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री रावत के नेतृत्व में राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, महिला सशक्तिकरण सभी क्षेत्रों में कार्य कर रही है। रायपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास के कार्य हुए हैं।