लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद मैनपुरी में श्रीमंत माधवराव सिंधिया की प्रतिमाका अनावरण तथा जनपद के विकास हेतु 411.49 करोड़ रुपये की 63 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें 238.30 करोड़ रुपये की निवेश आधारित 23 औद्योगिक परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 173.19 करोड़ रुपये की 40 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास शामिल है। इस अवसर पर केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम0 सिंधिया भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री जी ने श्रीमंत माधवराव सिंधिया को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि श्रीमंत सिंधिया भारत की राजनीति का एक उभरता हुआ चेहरा थे। जिनके अन्दर देश ने बहुत सम्भावनाएं देखी थीं। वर्ष 2001 में श्रीमंत सिंधिया की दुखद मृत्यु पर राजनीति की दीवारों को तोड़कर सभी जाति, मत, मजहब तथा सम्प्रदाय के लोगों ने इस महान सपूत को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्हें श्रीमंत माधवराव सिंधिया के साथ संसद में कार्य करने का अवसर मिला था। संसद में श्रीमंत सिंधिया जी का स्वभाव सहज व मिलनसार था। उनके मन में प्रत्येक दल के लोगों के साथ दलीय सीमा से उठकर सहयोग करने का भाव था। वह 09 बार देश की संसद में सांसद के रूप में चुने गये थे। उन्होंने रेलवे, नागरिक उड्डयन, मानव संसाधन विकास तथा पर्यटन मंत्रालय का कार्यभार सम्भाला था। सभी मंत्रालयों में तकनीकी का उपयोग एवं रिफॉर्म करते हुए उसे तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य श्रीमंत सिंधिया ने किया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की बैक बोन के रूप में भारतीय रेल को जाना जाता है। 40 वर्षों के बाद आज भी भारतीय रेल श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी का स्मरण करती है। उन्होंने अपने कार्यकाल में भारतीय रेल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का कार्य किया। रेलवे की स्पीड भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ाने का कार्य करती है। इसके दृष्टिगत श्रीमंत सिंधिया ने सबसे तेज गति की शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की। यह उनके काल की अद्भुत व रोमांचकारी घटना थी। सभी सांसद अपने क्षेत्र को शताब्दी एक्सप्रेस से जोड़ने की मांग करते थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रीमंत सिंधिया जी ने सकारात्मक सोच के साथ तथा व्यक्तिगत राग व द्वेष से ऊपर उठ कर राजनीति की थी। उनमें सबको साथ लेकर चलने का सामर्थ्य था। राज परिवार में जन्म लेने के बाद भी अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के बारे में उनकी सकारात्मक व स्पष्ट सोच थी। वर्ष 1770-71 में सिंधिया राजघराने ने अफगानों को अपनी सेना के माध्यम से भगाने व उनकी क्रूरता से मुक्त कराने में योगदान दिया था। श्रीमंत माधवराव सिंधिया ने अपने पूर्वजों द्वारा मुक्त करायी गयी भूमि में अन्तिम सांस ली थी। आज उसी स्थान पर उनकी भव्य प्रतिमा का अनावरण किया जा रहा है। इस स्थल की भव्यता व सौन्दर्यीकरण का कार्य पर्यटन विभाग द्वारा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रीमंत सिंधिया का व्यक्तित्व व कृतित्व युवाओं के लिए प्रेरणादायी है। जिला प्रशासन द्वारा इस प्रतिमा के निकट ही श्रीमंत माधव राव सिंधिया एक छोटा स्मारक स्थापित है। उस स्मारक को भव्यता प्रदान करते हुए वहां पर एक भव्य पार्क, उसमें उनकी मूर्ति की स्थापना, सौन्दर्यीकरण व विद्युतीकरण तथा मार्गां के निर्माण सहित बुनियादी सुविधाओं के कार्य को आगे बढ़ाने का कार्य सरकार करेगी। जिससे यहां के युवा, राजनीति में आने वाले लोग व सार्वजनिक जीवन में कार्य करने वाले लोग श्रीमंत सिंधिया के व्यक्तित्व से प्रेरणा प्राप्त कर सकें।
18वीं सदी में श्रीमंत सिंधिया के पूर्वजों ने जिस भूमि को विदेशी आक्रांताओं के आतंक से मुक्त किया था, उन्हें गोरक्षपीठ के संतो ने सम्मान स्वरूप श्रीनाथ की उपाधि से भूषित किया था। ग्वालियर घराने की राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जन्मभूमि भी उत्तर प्रदेश है। राजमाता ने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में महती भूमिका निभाई थी। आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण प्रगति पर है। आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पंचप्रण की बात की थी। पंचप्रण में विरासत का सम्मान करने की बात भी शामिल है। उसी विरासत को सम्मान देते हुए अयोध्या में श्रीराम मन्दिर का निर्माण किया जा रहा है। शीघ्र ही श्रीरामलला अपने मंदिर में विराजमान होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में आज उत्तर प्रदेश आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में कानून का राज है। विगत छः वर्षों में प्रदेश में तेजी से एयर कनेक्टीविटी बढ़ी है, एक्सप्रेस-वे, विद्युतीकरण के साथ सड़कों का प्रसार हुआ है। प्रत्येक गरीब को बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं से जोड़ने का कार्य हुआ है। आज जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेश में 54 लाख गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 01-01 आवास उपलब्ध कराया गया है। 02 करोड़ 61 लाख पात्र लोगों को शौचालय तथा 01 लाख 75 हजार परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराये गये हैं। विद्युतीकरण से विहीन 01 लाख 21 हजार मजरों का विद्युतीकरण किया गया है। साथ ही, प्रदेश के 01 करोड़ पात्र व्यक्तियों को 12 हजार रुपये वार्षिक निराश्रित महिला पेंशन, दिव्यांगजन एवं वृद्धावस्था पेंशन उपलब्ध करायी जा रही है। प्रदेश के सभी 75 जनपद विकास की दौड़ में आगे बढ़ रहे हैं। हर घर नल की योजना का जो सपना था, वह आज वास्तविकता बनने जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए उत्तर प्रदेश ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है। इसके लिए प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा। प्रत्येक नागरिक अपने दायित्व का निर्वहन ईमानदारी से करे तो विकास दूर नहीं रहेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में औद्योगीकरण के साथ ही, स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन हो, इसलिए इन्स्टीट्यूट के साथ इण्डस्ट्री को जोड़कर स्किल डेवलपमेण्ट के कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ प्रदेश के प्रत्येक नौजवान को मिले, नौजवान जिस क्षेत्र में जाना चाहता हो, उसे अवसरों की कमी न हो, इसके लिए सरकार पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार अपराध व अपराधियों के प्रति तथा भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति के तहत कार्य कर रही है। जिससे प्रदेश के सभी 75 जनपद विकास की दौड़ में एक नई प्रतिस्पर्द्धा के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी यशस्वी, तपस्वी तथा सतत प्रगतिशील हैं, प्रदेश के जन-जन के हृदय में उन्होंने अपना अमिट स्थान बनाया है। प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश को विकास व प्रगति की ओर ले जाने का कार्य किया जा रहा है। आज उत्तर प्रदेश भारत का वह चमकता हुआ सितारा है, जिसकी मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में विश्व पटल पर पहचान स्थापित हुई है। पूरे प्रदेश में गुण्डाराज व माफियाराज की समाप्ति हुई है।
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की धार्मिक नाथ परम्परा के पूज्य संत श्री नरहरिनाथ ने उनके पूर्वज श्री महादजी सिंधिया को श्रीनाथ की उपाधि दी थी। आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने श्रीमंत माधवराव सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण किया है। इसके लिए आज पूरा सिंधिया परिवार मुख्यमंत्री जी व उनके धाम का कृतज्ञ है। स्व0 श्रीमंत माधवराव सिंधिया ने केन्द्रीय मंत्री पद का निर्वहन करते हुए देश में गुना-इटावा रेल मार्ग का निर्माण, शताब्दी ट्रेन का संचालन, ओपेन स्काई पॉलिसी के साथ ही, मध्यान्ह भोजन योजना का संचालन किया था।
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि आज भावुकता का वातावरण है। आज के अवसर पर वे गौरव महसूस कर रहे हैं। जनपद मैनपुरी के साथ सिंधिया परिवार का 250 वर्ष पुराना सम्बन्ध रहा है। वर्ष 1770 में रोहिला अफगान जब इस क्षेत्र पर अत्याचार करने की दृष्टि से आये थे, तब उनके पूर्वज दत्ता जी महाराज सिंधिया व महादजी सिंधिया ने भारत की एकता व अखण्डता को बनाये रखते हुए अफगानों को उखाड़ फेकने का कार्य किया था।
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में आज पूरे प्रदेश की तस्वीर व तकदीर बदलने का कार्य हुआ है। आज प्रदेश दंगामुक्त हुआ है। उत्तर प्रदेश देश के विकास के ग्रोथ इंजन के रूप में खड़ा है। आज प्रदेश की पहचान नए प्रदेश के रूप में देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो रही है। आज देश-दुनिया के निवेशकों द्वारा बड़ी मात्रा में प्रदेश में निवेश किया जा रहा है।
इस अवसर पर सांसद श्री हरनाथ सिंह यादव, राजस्व राज्य मंत्री श्री अनूप प्रधान वाल्मीकि, सहित मध्य प्रदेश के जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।