देहरादून: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जी एम एस रोड स्थित फार्म हाउस में “भाजपा संयुक्त मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति“ की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि कार्यसमिति की इस बैठक में महाजनसंपर्क अभियान, संगठनात्मक विषयों, मन की बात, बूथ सशक्तिकरण अभियान सहित अन्य विषयों पर किये गये गहन मंथन से जो ’प्रेरणा रूपी अमृत’ निकलेगा वह निश्चित रूप से प्रदेश भाजपा के लिए अत्यंत लाभकारी होगा।
उन्होंने कहा कि हमें इन विशेष अभियानों के माध्यम से समाज के हर वर्ग और हर व्यक्ति तक पहुंचना है। महाजनसंपर्क अभियान द्वारा विभिन्न समुदायों के साथ ही समाज के प्रबुद्ध वर्ग, युवा वर्ग तथा महिलाओं के बीच जाना होगा और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बदलते हुए भारत की उभरती तस्वीर को आमजन के समक्ष रखते हुए उन्हें केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी देनी होेगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में पिछले नौ सालों में देश के हर वर्ग का कल्याण हुआ है। आजादी के बाद के वर्षों की तुलना में पिछले नौ वर्षों के दौरान विकास के सभी मापदंडों के आधार पर हम कह सकते हैं, हमारे देश ने हर क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है,जिसका लोहा आज संपूर्ण विश्व मान रहा है। वर्ष 2014 में देश की जनता ने प्रधानमंत्री श्री मोदी पर अपना भरोसा जताया था, और आज जनता के इसी भरोसे ने 2014 से 2023 के नौ वर्षों की अवधि में देश की “समृद्धि रूपी“ रेल गाड़ी को “विकास रूपी पटरियों“ पर तेजी से दौडाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नौ सालों में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा तक, निःशुल्क खाद्यान्न से लेकर निशुल्क इलाज तक, किसानों के विकास से लेकर गरीबों के आवास तक, सेना के आधुनिकीकरण से लेकर सीमाओं की सुरक्षा तक, प्रत्येक नागरिक को वैक्सीन पहुंचाने से लेकर हथियार और मोबाइल उत्पादन तक हर क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किये गए हैं। पहले भारत दवाओं और टीकों के लिए विदेशी कृपा पर निर्भर रहता था, जबकि केन्द्र की मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत ने कोविड के दो स्वदेशी टीके न केवल विकसित किए बल्कि कई देशों को इन जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में केन्द्र सरकार की ओर से शिक्षा का बजट तीन गुना बढ़ाना और एक सुविचारित राष्ट्रीय शिक्षा नीति का पाठ्यक्रम लाना उनकी “शिक्षित समाज- मजबूत भारत“ की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में गरीबों के लिए आवास निर्माण की ऐसी क्रांति पहले कभी नहीं दिखी।इन नौ वर्षाे में लगभग साढ़े तीन करोड़ से अधिक के आवास गरीबों के लिए बनाए गए। इसी के साथ-साथ कोविड काल में प्रधानमंत्री जी ने 80 करोड़ लोगों को खाद्य सुरक्षा प्रदान की, जो अभी भी उपलब्ध करायी जा रही है। देश में करीब 50 करोड़ जनधन खाते गरीबों के लिए खोले गए, जिनका प्रयोग उनके खाते में सीधे डी.बी.टी. करने के लिए हो रहा है।
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण का बीड़ा भी प्रधानमंत्री जी ने ही उठाया इसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में करीब 12 करोड़ शौचालय बनाए गए। इसी के साथ-साथ इन नौ वर्षों में नौ करोड़ से अधिक उज्ज्वला गैस कनेक्शन गरीबों को दिए गए। सरकार ने विभिन्न रोजगार मेलों का आयोजन कर दस लाख लोगों के रोजगार देने का कार्य भी प्रारंभ किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन तलाक, धारा 370 का खात्मा, अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर, काशी विश्वनाथ का भव्य कॉरिडोर, बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों का पुनर्निर्माण ये कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कार्य हैं जिनको आने वाली पीढ़ियां भी हमेशा याद रखेंगी। पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री जी की मजबूत इच्छाशक्ति के बल पर देश में आतंकवादी, नक्सलवादी और उग्रवादी गतिविधियों में भी उल्लेखनीय कमी आई है। आज भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और हमारे द्वारा प्रारंभ की गई यू.पी.आई. जैसी कई योजनाओं को पश्चिमी देश हाथों हाथ ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में 2014 से पहले के भारत और आज के भारत के विकास का अन्तर स्पष्ट दिखाई देता है। 2014 से पूर्व देश में स्वास्थ्य सेवाएं स्वयं बीमार थी, लेकिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज स्वास्थ्य सेवाओं का जिस तरह विस्तार हुआ है, वह विपक्ष के राज में संभव नहीं था। 2014 से पूर्व की सड़कों की खस्ता हालत किसी से छिपी नहीं हैं, लेकिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज देश में प्रतिदिन 38 किलोमीटर सड़क का निर्माण हो रहा है। 2014 से पूर्व बच्चों को वैक्सीन लगवाने के लिए दर-दर भटकना पड़ता था, लेकिन आज मिशन इन्द्रधनुष योजना के तहत बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है। आज मोदी जी के नेतृत्व में देश का सांस्कृतिक वैभव पुनः वापस लौट रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले भारत एक पिछलग्गू राष्ट्र की श्रेणी में पहुंच गया था, लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्व का एक अग्रणी राष्ट्र बन चुका है। 2014 के बाद से देश में हर साल एक नए आईआईटी का निर्माण हुआ है। 2014 के बाद से हर साल देश में एक नया आईआईएम बनाया गया है। 2014 के बाद हर सप्ताह देश में एक यूनिवर्सिटी खोली गई है। 2014 के बाद आज हर दिन देश में दो कॉलेज खोले जा रहे हैं। 2014 के बाद हर दिन एक नए आईटीआई का निर्माण किया जा रहा है। यह सब बीते नौ वर्षों में प्रधनमंत्री जी के नेतृत्व में ही संभव हो पाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकारों में दिल्ली से भेजा एक रुपया गरीबों तक पहुंचते-पहुंचते 15 पैसे ही रह जाता था, लेकिन आज दिल्ली से चला 100 रुपए पूरा का पूरा गरीबों तक पहुंच रहा है। आने वाले सैकड़ों वर्षों तक प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किए गए कार्य भारत की विजय गाथा का यशगान करते रहेंगे। उन्होंने सभी से इन योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने तथा हर वर्ग को इन योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने में भी मददगार बनने की अपेक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें देश के विभिन्न राज्यों में होने वाले चुनाव में ’’टीम उत्तराखंड’’ के रूप में अपना हर सहयोग देने के लिए तत्पर रहना है। हमें केंद्र सरकार के कार्यों के साथ प्रदेश सरकार द्वारा विकास,सुशाशन, रोजगार तथा उत्तराखंड की विशिष्ट संस्कृति को बचाने के लिए किये जा रहे कार्यों के बारे में भी लोगों को जागरूक करना होगा। वर्तमान में उत्तराखंड की पाँचों लोकसभा सीटों पर हमारे सांसद हैं, 2024 के चुनावों में हमारा संकल्प इन पाँचों सीटों पर विजय प्राप्त करना ही नहीं है बल्कि पिछले सारे रिकार्ड तोड़ते हुए एक नए इतिहास की रचना करना भी है। हम सबके प्रिय नेता श्री नरेंद्र मोदी जी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनें इसके लिये हमें 2024 के इस पुण्य अभियान में अभी से पूर्ण मनोयोग के साथ जुट जाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 वर्ष का युवा उत्तराखंड अब एक नए जोश और एक नई उमंग के साथ निरंतर आगे बढ़ रहा है। हम सभी को गांव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, वंचित, शोषित, आदिवासी, युवाओं एवं महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए निरंतर कार्य करने का “विकल्प रहित संकल्प“ लेना है। हमें बाबा केदार की धरती से प्रधानमंत्री जी द्वारा कहे गए कथन ’’21वीं सदी का तीसरा दशक, उत्तराखंड का दशक होगा’’ को चरितार्थ करने के लिए भी निरंतर प्रयासरत रहना है तथा जब तक केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक नही पहुंच जाता तब तक हम चौन से नहीं बैठेंगे, आराम से नहीं बैठेंगे।