पिथौरागढ़: विधानसभा क्षेत्र धारचूला के तहसील मुनस्यारी के नन्दादेवी दरकोट मेले पर पहुंचे मुख्मयमंत्री हरीश रावत ने मेले में उपस्थित जनसमुदायों को संबोधित करते हुए कहा कि मेले हमारी संस्कृति की पहचान है जों हमारे रिती रिवाज, परम्परायें, हमारी संस्कृति को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक हस्तान्तरित करती है। मेले हमारी संस्कृति के द्योतक है, राज्य सरकार इन मेलों को बढ़ावा दिये जाने हेतु कार्य कर रही है। इन मेलों के आयोजन से जहॉ एक ओर हमारी संस्कृति को बढ़ने एवं संवरने का अवसर प्राप्त होता है वही पर्यटन व्यवसाय को इन मेलों के आयेजन से बढ़ावा मिलता है।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मेले उत्तराखण्ड की पहचान है। राज्य सरकार पारम्परिक शिल्पकला, वाद्यंयंत्रो, लोक कलाकारों, लोक संस्कृति को प्रोत्साहन देने का कार्य कर रही है, उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास में मेलों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि जो भी महिला स्वंय सहायता समूह सामूहिक रूप से कार्य करेंगी उन्हें राज्य सरकार पूरा सहयोग देगी। उन्होंने कहा महिला सशक्तिकरण राज्य की पहचान है, महिला सशक्तिकरण हेतु राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रकार की योजनाएॅ संचालित की गयी है। उन्होंने कहा कि राज्य की औसत आय एवं विकास की गति में बढ़ोतरी हुई है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा क्षेत्र के विकास हेतु अनेक घोषणायें की गई। जिसमें दरकोट मंदिर का सौन्दर्यीकरण, धापा से क्रिजीनिया सड़क निर्माण कराये जाने, शेर सिंह पांगती के संग्रहालय को जनजाति संग्रहालय के तहत 9 लाख रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराये जाने, मुनस्यारी आईटीआई में एक अतिरिक्त ट्रेड की स्वीकृति, मदकोट में गैस ऐजैंसी खोले जाने, गंगनाथ मंदिर के सौन्दर्यीकरण किये जाने की घोषणा शामिल है।