हरिद्वार: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार में आरम्भ होने वाले भारत माता आराधना महायज्ञ के भूमि पूजन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हम अपने देश को भारत माता कहकर सम्बोधित करते हैं, जो हमें इस राष्ट्र का पुत्र होने का एहसास कराता है, अर्थात राष्ट्र सभी के लिए सर्वोपरी है। यदि राष्ट्र नहीं तो व्यक्ति नहीं। व्यक्ति को स्वंय की मान्यता और रक्षा के लिए राष्ट्र की रक्षा और मान्यता को पहले स्वीकार करना चाहिए और राष्ट्र की आराधना करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत की मजबूत व्यापक सनातन संस्कृति के कारण भारत निरंतर आदि काल से अपना अस्तित्व विश्व में स्थापित किये हुए है अर्थात व्यक्ति संरक्षण नहीं राष्ट्र संरक्षण हमारी परम्परा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सनातन संस्कृति का महत्वपूर्ण रक्षक हमारी सन्यास और संत परम्परा है, जिसके कारण सभी समय समय पर इनसे मार्गदर्शन लेकर अपनी संस्कृति को संजोय रखने का प्रयास करते हैं। मुख्यमंत्री ने भारतमाता की आराधना के लिए महायज्ञ का आयोजन किये जाने के विचार की प्रशंसा की तथा सम्पूर्ण भारत के लिए सुख शांति की प्रार्थना कर खुशहाल भारत के यज्ञ में राज्य सरकार की आहुति का अवसर मिलने पर आभार प्रकट किया।