लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश के गोवंश को लम्पी स्किन डिजीज से बचाव एवं रोग के प्रसार को रोकने के लिए एक माह में एक करोड़ वैक्सीन लगाई जाए और वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा में डोज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 3.5 लाख टीकाकरण किया जाए। श्री सिंह ने कहा है कि लम्पी रोग से बचाव के लिए और अधिक सतर्कता बरती जाए और प्रभावित गोवंश का समुचित उपचार किया जाए। यदि किसी स्थान पर पशु मेला/हाट आदि के आयोजन की सूचना प्राप्त होती है तो उस पर तत्काल रोक लगाई जाए। किसानों और पशुपालकों को रोग से बचाव के लिए जागरूक किया जाये और इसका व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए।
पशुधन मंत्री ने आज यहां विधानभवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में टीम-09 के साथ बैठक करते हुए प्रदेश में लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों का सघन अनुश्रवण किया और मण्डलों के नोडल अधिकारियों से लम्पी रोग की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि गोवंश के बचाव हेतु प्रत्येक स्तर पर आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाए और टीकाकरण एवं उपचार के अभाव में गोवंश की हानि न होने पाए। उन्होंने कहा कि पश्चिमी एवं मध्य उ0प्र0 के लम्पी से अप्रभावित 35 जनपदों में टीकाकरण कार्य की गति बढ़ाई जाए और प्रदेश के जो जनपद प्रभावित नहीं हैं उन जनपदों में गोटपॉक्स वैक्सीन से टीकाकरण कराकर आच्छादित किया जाए। उन्हांेने कहा कि जनपद वाराणसी में रोग से बचाव के पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित किये जाये।
पशुधन मंत्री ने यह भी निर्देश दिये कि निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु गोआश्रय स्थलांे का विस्तारीकरण का कार्य मिशन मोड में संचालित किया जाए और आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाए। इस हेतु नगर विकास विभाग से समन्वय भी स्थापित किया जाए। उन्होंने कृत्रिम गर्भाधान के कार्यों की धीमी गति पाये जाने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए लक्ष्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव डा0 रजनीश दुबे ने मंत्री जी को विभाग द्वारा लम्पी रोग नियंत्रण एवं बचाव के संबंध में कृत कार्यवाही से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि अब तक 65 लाख टीकाकरण किया गया है और प्रदेश के समस्त जनपदों को वैक्सीन प्राप्त करा दी गई है। अब तक 117,84,100 वैक्सीन जनपदों को वितरित की जा चुकी है। अब तक लम्पी स्किन बीमारी से 40 जनपद प्रभावित हुए हैं। कुल 8825 गोवंश प्रभावित हैं एवं मात्र 59 गोवंश की बीमारी से मृत्यु हुई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गोआश्रय स्थलों एवं गोसंरक्षण केन्द्रों के सैनेटाइजेशन एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए और लम्पी रोग के बचाव हेतु सार्वजनिक स्थलों पर ’’क्या करें, क्या न करें’’ के पोस्टर, बैनर, होर्डिंग एवं वालराइटिंग कराकर व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में बताया कि लम्पी प्रो वैक्सीन की 15000 डोज एनआरसी हिसार से प्राप्त कर 11000 डोज गोरखपुर मण्डल, 2000 डोज जनपद बलरामपुर एवं 2000 डोज जनपद लखनऊ को प्राप्त करा दी गई है। पूर्व में 1000 डोज एनआरसी हिसार से प्राप्त कर गोरखपुर जनपद की 2 गोशालाओं में लगा दी गई है। पूर्वी उ0प्र0 से पश्चिमी उ0प्र0 की तरफ बीमारी के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से नेपाल सीमा से म0प्र0 की सीमा (जनपद पीलीभीत, शाहजहॉपुर, फर्रूखाबाद, मैनपुरी, इटावा) तक 10 किमी0 की परिधि में कुल 23 विकास खण्डों में कुल 3,22,900 टीकाकरण पूर्ण कराया जाना था, जिसके अंतर्गत बेल्ट वैक्सीनेशन लक्ष्य के अनुरूप टीकाकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
बैठक में दुग्ध आयुक्त श्री शशि भूषण लाल सुशील, विशेष सचिव पशुधन श्री देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, विशेष सचिव पशुधन श्री अमरनाथ उपाध्याय, पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक श्री आनन्द सिंह, विशेष सचिव श्री राम सहाय यादव, निदेशक श्री ए0के0 जादौन, अपर निदेशक डा0 जयकेश पाण्डेय, संयुक्त निदेशक श्री अमित कुमार तथा यूपीएलडीबी के कार्यकारी अध्यक्ष श्री नीरज गुप्ता उपस्थित थे।