नई दिल्लीः केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत ने कहा है कि केन्द्र सरकार एडीआईपी योजना में पारदर्शिता ले आई है और योजना को मिली व्यापक प्रतिक्रिया एवं सफलता ने मंत्रालय की इस पहल को लोकप्रिय बनाने में योगदान दिया है। केन्द्रीय मंत्री ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के दौरान एडीआईपी योजना के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं कर्णावत तंत्रिका समावेशित बच्चों के साथ हाल की एक बातचीत का भी स्मरण किया, जिसमें श्रोताओं के साथ एक आत्मीय संबंध जुड़ गया था। उन्होंने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार एक भ्रष्टाचार मुक्त प्रणाली के माध्यम से समाज के सीमांत वर्गों के समावेशन एवं सशक्तिकरण की दिशा में प्रतिबद्ध बनी हुई है। नई दिल्ली के अशोक विहार में दिव्यांगों को सहायता और सहायिक उपकरण वितरित करने के अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ योजना का लक्ष्य जर्मनी की विनिर्माता कंपनी ‘ओटोबॉक’ एवं ब्रिटेन स्थित निर्माता कंपनी ‘मोटिवेशन’ के सक्रिय सहयोग के साथ एलिमको द्वारा भी अर्जित किया जा रहा है।
केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री डॉ. हर्ष वर्धन ने अशोक विहार में इस शिविर के सफल आयोजन के लिए विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए अपने संसदीय क्षेत्र में दूसरे ऐसे एडीआईपी शिविर के आयोजन पर अपने चुनाव क्षेत्र की तरफ से कृतज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस शिविर से कई दिव्यांगों (पीडब्ल्यूडी) को लाभ पहुंचेगा तथा उन्हें उनके रोजमर्रा के जीवन में आने वाली समस्याओं का सामना करने में यह मददगार साबित होगा। उन्होंने इस महान ध्येय के लिए अपनी सांसद निधि से योगदान करने का संकल्प किया।
डीईपीडब्ल्यूडी के सचिव डॉ. विनोद अग्रवाल ने डीईपीडब्ल्यू की गतिविधियों पर और रोशनी डालते हुए जनसमूह को जानकारी दी कि विभाग न केवल पीडब्ल्यूडी को सहायिक उपकरण मुहैया करा रहा है, बल्कि इसने पिछले एक वर्ष में लगभग एक लाख पीडब्ल्यूडी को कौशल प्रशिक्षण भी मुहैया कराया है। विभाग का सुगम्य भारत अभियान भी ‘सार्वभौमिक सुगम्यता’ के स्वप्न को वास्तविकता में बदलने के लिए प्रयास कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने हाल ही में पहली बार स्वलीनता (ऑटिज्म) को प्रमाण पत्र देने के लिए दिशा-निर्देशों को अधिसूचित किया है।