देहरादून: अभूतपूर्व तकनीकी विकास के तहत जेजीयू के लिए सभी डिग्री प्रोग्रामों (यूजी एवं पीजी) में प्रवेश की परीक्षाएं आनलाइन होंगी। ये आनलाइन परीक्षाएं जिंदल स्कालेस्टिक एपटिच्यूड टेस्ट (जीएसएटी) के तत्वाधान में पियर्सन वीयूई के जरिए संचालित होंगी। इस योजना में जिंदल ग्लोबल ला स्कूल (जेजीएलएस) के लिए पांच साल के लॉ प्रोग्राम और जिंदल स्कूल ऑफ आर्ट एंड आर्किटेक्चर (जेएसएए) में पांच साल के आर्किटेक्चर प्रोग्राम शामिल नहीं हैं।
भारत और दुनिया भर के उम्मीदवार अब सोमवार 11 मई 2020 से घर पर अपनी सुविधानुसार जेएसएटी की परीक्षा दे सकते हैं। पियर्सन के वर्चुअल यूनिवर्सिटी एंटरप्राइजेज (यूवीई) के 25 से अधिक वर्षों के इतिहास में यह पहला मौका है जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सक्षम होम-प्रॉक्टर्ड आनलाइन साल्युशन इस प्रारूप में उपलब्ध कराया गया है। सोमवार 11 मई 2020 से, जेजीयू में प्रवेश पाने को इच्छुक छात्र अपने चुने हुए प्रोग्राम के लिए कुशल और समयबद्ध तरीके से अपने घरों में सुरक्षित रहते हुए अपनी सुविधा के अनुसार परीक्षा दे सकते हैं।
ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) के संस्थापक वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ.) सी. राज कुमार ने कहा, ‘‘इंस्टीच्यूशन आफ एमीनेंस के रूप में ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी का यह प्रयास है कि हम अपने मूल्यवान छात्रों को शैक्षिक अवसर प्रदान करें। यह एक तकनीकी रूप से उन्नत प्रवेश समाधान है, जो छात्रों को अपनी पसंद के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक सहज नई प्रणाली की अनुमति देता है। जेजीयू के विजन और मिशन के मूल में हमारी यह आकांक्षा निहित है कि भारत में उच्च शिक्षा और दुनिया के अग्रणी विश्वविद्यालयों में उत्कृष्टता के लिए एक रोल मॉडल बने। हमारा लक्ष्य एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य को बढ़ावा देना और अपने छात्रों को एक समृद्ध, बौद्धिक रूप से आकर्षक और खोज-आधारित शिक्षण माहौल प्रदान करना है।’’
डा. राज कुमार ने कहा, ‘‘एआई-असिस्टेड, रिमोट प्रॉक्टरिंग साल्युशन, जिसमें समीक्षा के लिए उम्मीदवार की संपूर्ण परीक्षा की रिकॉर्डिंग शामिल है, की मदद से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि अगर किसी न परीक्षा देने के दौरान कोई कदाचार किया तो उसकी परीक्षा रद्द की जा सके। पियर्सन वीयू के सहयोग से जेजीयू ने कठोर डेटा फोरेंसिक प्रोग्रामों की पहचान की है और वह कदाचार और अन्य वैधता मुद्दों पर कार्य कर रहा है। एआई सक्षम जेएसएटी उस दिशा में एक कदम है, जो प्रवेश प्रक्रिया की पारदर्शिता, दक्षता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करता है।
केंद्र-आधारित परीक्षा की तरह, एआई सक्षम टेस्टिंग साल्युशन के लिए उम्मीदवारों को एक वर्चुअल सेल्फ-चेक-इन प्रक्रिया को पूरा करने की आवश्यकता होती है, जिसमें अधिक बेहतर तरीके से पहचान और प्रमाणीकरण शामिल है और सफल सत्यापन के बाद ही उम्मीदवार को परीक्षा देने के लिए अनुमोदित किया जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल की सहायता से उम्मीदवार के डिवाइस के वेबकैम के माध्यम से उनकी लाइव मानिटरिंग की जाएगी।
जेजीयू में एडमिशन और आउटरीच के डीन प्रोफेसर अज्र्या मजूमदार ने कहा, ‘‘ऑनलाइन जेएसएटी परीक्षा कड़ी परीक्षा प्रणाली है इसे इस उद्देश्य से बनाया गया है ताकि यह सुनिश्चित हो कि सुरक्षा मानदडों का किसी भी तरह से उल्लंघन नहीं हो। यह प्रणाली नवीनतम एआई-आधारित प्लेटफार्म पर बनाया गया है जो विश्व स्तर पर परीक्षण किए गए हैं और उम्मीदवारों को प्रवेश के लिए एक कुशल और उन्नत तकनीकी समाधान प्रदान करते हैं।’’
उम्मीदवारों को समय से पहले अपनी ऑनलाइन परीक्षा शेड्यूल करने की आवश्यकता होगी। हालांकि चैबीसों घंटे और सातों दिन एप्वायंटमेंट दिए जाते हैं ताकि उम्मीदवारों को अपने कार्यक्रम के लिए सुविधाजनक समय मिल सके। पंजीकरण प्रक्रिया वही रहती है यानी उम्मीदवार को टेस्ट के लिए पहले अपनी पसंद की तारीख और समय के साथ ऑनलाइन जेएसएटी का चयन करना होगा। पंजीकरण प्रक्रिया के सफलता पूर्वक पूरा हो जाने के बाद, उन्हें 24 घंटे के भीतर नियुक्ति की एक स्वचालित कंफर्मेशन ईमेल प्राप्त होगी।
इसके अलावा, जेजीयू में 2020 शैक्षणिक वर्ष के लिए सात नए प्रोग्राम पेश किए जा रहे हैं, जिनमें स्थानीय, राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरों सहित राजनीति के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए राजनीति विज्ञान में बी.ए. (ऑनर्स) शामिल है। इसके अलावा, सोशल साइंस एंड पॉलिसी में बी.ए. (ऑनर्स) भारत में अपनी तरह का पहला अंतःविषय कार्यक्रम है, जो छात्रों को सामाजिक विज्ञान के सिद्धांतों और उनके अनुप्रयोगों में एक ठोस आधार प्रदान करता है। लीगल स्टडीज में बी.ए. (ऑनर्स) का उद्देश्य युवा छात्रों के बीच कानूनी कल्पनाशीलता को बढ़ावा देना और भविष्य में कानून और सामाजिक विज्ञान का अध्ययन करने के लिए एक मजबूत आधार बनाना है या कानूनी और संबद्ध क्षेत्रों में उनका इस्तेमाल करना है। पर्यावरण अध्ययन में बी.ए. (ऑनर्स) प्रोग्राम स्नातकों को पर्यावरण और समाज के बीच अंतर्संबंध को समझने में, वैश्विक परिप्रेक्ष्य से पर्यावरणीय समस्याओं पर विचार करने में मदद करेगा और उन्हें हल करने के लिए स्थानीय दृष्टिकोण प्रदान करेगा। बैचलर ऑफ डिजाइन (इंटीरियर डिजाइन) प्रोग्राम प्रयोगात्मक, अनुभवात्मक और सूचित डिजाइन प्रक्रियाओं के माध्यम से बसे हुए स्थानों में सुधार की दिशा में काम करने के इच्छुक छात्रों के लिए है। अर्थशास्त्र में एम.ए. प्रोग्राम एक अनूठा कार्यक्रम है जो शिक्षा में उत्कृष्टता, निगमों में नीति टीमों, कंसलटेंसी कंपनियों, गैर-लाभकारी संगठनों और राष्ट्रीय, राज्य और स्थानीय स्तर पर सरकारों पर केंद्रित है। अंत में, जिंदल फेलोशिप प्रोग्राम (जेएफपी) जिंदल स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज में एक साल का कोर्स है, जिसे छात्रों को सूचित निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करने और स्वतंत्र विचारक बनने के लिए डिजाइन किया गया है और यह ऐसे छात्रों के लिए है, जिन्होंने किसी भी क्षेत्र में अपनी स्नातक की डिग्री पूरी कर ली है।