नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन.एन. वोहरा के सलाहकार श्री के. विजय कुमार ने आज यहां केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह से मुलाकात की और राज्य में प्रशासन से जुड़े विभिन्न मुद्दों और विकास परियोजनाओं पर चर्चा की।
मुलाकात के दौरान डॉ. सिंह ने राज्य में राज्यपाल शासन के दौरान पिछले महीने राज्य प्रशासन द्वारा लिए गए कुछ अहम फैसलों पर संतोष जताया। उन्होंने इस संदर्भ में खासतौर से राज्य प्रशासन द्वारा बहुद्देशीय उझ परियोजना को दी गई मंजूरी की सराहना की। यह परियोजना कई दशक से रूकी पड़ी थी। केन्द्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद इस परियोजना का नया मसौदा तैयार किया गया।
डॉ. सिंह ने ग्राम पंचायतों के सरपंचों का चुनाव सीधे कराए जाने के राज्य प्रशासन के फैसले को भी सराहा। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से ग्रामीण क्षेत्रों के स्थानीय निकायों में लोकतांत्रिक व्यवस्था की जड़े मजबूत होंगी।
उन्होंने इस अवसर पर राज्य में केन्द्र सरकार के उस फैसले को लागू किये जाने का भी जिक्र किया, जिसके तहत निचली श्रेणी के सरकारी पदों के लिए साक्षात्कार खत्म करने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य में सभी वर्ग के युवाओं को नौकरियों में समान अवसर का लाभ मिल सकेगा।
श्री विजय कुमार ने श्री सिंह के साथ स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा की। डॉ. सिंह ने सुझाव दिया कि डॉक्टरों के स्थानांतरण के लिए एक स्पष्ट नीति होनी चाहिए, जिस पर सख्ती से अमल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूरदराज के क्षेत्रों में अस्पताल बनाने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और शहरों के अस्पतालों में डॉक्टरों की भीड़ जुटाने की बजाय दूरदराज के क्षेत्रों में उनकी तैनाती की जानी चाहिए।
डॉ. सिंह का कहना था कि जो छात्र आरबीए के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेते हैं, उनके लिए उस क्षेत्र में 10 वर्षों तक काम करने की बाध्यता होनी चाहिए। श्री विजय कुमार ने केन्द्रीय मंत्री को पिछले एक महीने के दौरान राज्य में चलाई गई विकास गतिविधियों का विस्तृत ब्यौरा दिया।