दस रुपए के बाद अब एक रुपये के छोटे सिक्के विवाद का कारण बन रहे है। रोजाना तरह-तरह की अफवाहों के चलते ग्राहक और दुकानदार इनसे किनारा करने लगे हैं। कई जगहों पर तो विवाद मारपीट तक पहुंच चुका है।
वहीं, अधिकारियों ने अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है। शनिवार को छुटमलपुर से आ रही एक बस में बैठी छात्रा को बस कंडक्टर ने एक रुपये के कुछ छोटे सिक्के दिए, लेकिन छात्रा ने कंडक्टर को सिक्के वापस कर दिए।
छात्रा का कहना था कि इन सिक्कों को बाजार में कोई नहीं ले रहा है। काफी देर तक बहस के बाद मजबूरन बस कंडक्टर को दूसरे सिक्के देकर देकर पीछा छुड़ाना पड़ा।
साथ ही रविवार को चाय की एक दुकान पर ग्राहक ने दुकानदार को एक रुपये का छोटा सिक्का दिया गया, जिसे ग्राहक ने लेने से साफ इनकार कर दिया।
इस बात को लेकर दोनों के बीच जमकर बहस हुई। कुछ लोगों ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए शांत कराया। इसके साथ ही कई स्थानों पर तो मामला मारपीट तक भी पहुंच रहा है। दूसरी ओर एलडीएम (लीड बैंक मैनेजर) एके झा का कहना है कि सभी प्रकार की मुद्रा प्रचलन में है।
कोई भी व्यक्ति मुद्रा को लेने से इनकार नहीं कर सकता है। यदि ऐसा है, तो यह दंडनीय अपराध है। लोगों को भी इन अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। Amar Ujjala