देहरादून: जिलाधिकारी रविनाथ रमन की अध्यक्षता में विकासभवन सभागार में कृषि विभाग एवं रेखीय विभाग द्वारा संचालित आतमा परियोजना शासी निकाय की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी रेखीय विभागों को निर्देश दिये हैं कि वे आपसी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि इस योजना का शत्प्रतिशत् लाभ पात्र कृषकों को प्राप्त हो सके। उन्होने कहा कि इसमें किसी प्रकार से कोई लापरवाही नही होनी चाहिए। बैठक में केन्द्रीय प्रभारी ढकरानी कृषि विज्ञान केन्द्र ने अवगत कराया है कि कृषि विज्ञान केन्द्र में बाउण्ड्रीवाल करने हेतु धनराशि उपलब्ध नही है। जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये हैं कि यदि इस कार्य में धनराशि नही हैं तो यह कार्य मनरेगा एवं जिला योजना से कराने हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित प्रगतिशील किसानों के सुझाव एवं समस्याएं भी सुनी। अधिकांश कृषकों द्वारा सरस बाजारो में जैविक उत्पाद की बिक्री के लिए स्टाल उपलब्ध कराने की मांग की गयी, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा मुख्य कृषि अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी द्वारा आतमा परियोजना के वित्तीय वर्ष 2014-15 एवं 2015-16 अब तक किये गये कार्यो की प्रगति पर विस्तार जानकारी ली गयी तथा उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को योजना के क्रियान्वयन हेतु तेजी लाने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में विकासखण्ड चकराता के कृषक श्री चैतराम गौड़ ने जौंनसार क्षेत्र में सेब के पेड़ उपलब्ध कराने की मांग की, जिस मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय ने आश्वस्त किया है कि विकासखण्ड चकराता के कृषकों उद्यान विभाग के माध्यम से सेब की पौधे उपलब्ध कराए जायेंगे।
बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी ज्योति एस. कुमार, उप परियोजना निदेशक आतमा नीरज कुमार व प्रदीप कुमार शर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ आर एस नेगी, सहायक निदेशक रेशम नरेश कुमार, सहायक मतस्य अधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।