लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सुरक्षित एवं सम्मानजनक प्रदेश वापसी सुनिश्चित की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्यों से निरन्तर सम्पर्क में रहें। उन्होंने कहा है कि सम्बन्धित राज्य सरकारें उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सूची उपलब्ध कराएं। उन्हांेने कहा है कि पिछले एक सप्ताह में 590 श्रमिक स्पेशल ट्रेन देश के विभिन्न राज्यों से प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर आ गई हैं। राज्य सड़क परिवहन निगम की 12 हजार बसों के माध्यम से प्रवासी कामगारांे/श्रमिकों को उनके गृह जनपद में भेजने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा प्रत्येक जिलाधिकारी के निवर्तन पर 200 निजी बसें रखते हुए, इस प्रकार सभी 75 जनपदों में 15 हजार बसें अतिरिक्त रूप से उपलब्ध कराई गई हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को भोजन व पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित व सम्मानजनक ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए। बाॅर्डर क्षेत्र के साथ-साथ टोल प्लाजा, एक्सपे्रस-वे तथा प्रमुख चैराहों पर प्रवासी कामगारों/श्रमिकों के लिए भोजन एवं पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, इसके साथ ही वहां पर टेन्ट लगा दिया जाय।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग पैदल, बाइक, थ्री-व्हीलर या ट्रक आदि जैसे असुरक्षित साधनों से यात्रा न करें। इसके लिए पुलिस द्वारा सघन पेट्रोलिंग करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए। जागरूक करने के लिए आवश्यकतानुसार माइक का भी उपयोग किया जाए। प्रवासी कामगारांे/श्रमिकों को बताया जाए कि वे ट्रेन तथा बस जैसे सुरक्षित साधन से ही यात्रा करें। पैदल, बाइक, थ्री-व्हीलर या ट्रक आदि जैसे असुरक्षित साधन को अपनाकर स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम मंे न डालें। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि परिवहन निगम जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित करते हुए प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित कराए। राज्य सरकार ने प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी के निवर्तन पर 200 बसें रखने के आदेश जारी करते हुए प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को बस से भेजने के लिए धनराशि भी स्वीकृत की है। इसलिए किसी भी प्रवासी कामगार/श्रमिक से यात्रा के लिए धनराशि न ली जाए। राज्य सरकार प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को ट्रेन से प्रदेश में निःशुल्क ला रही है। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को ट्रेन में भोजन व पानी भी उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि परिवहन निगम द्वारा संचालित सभी बसों को नियमित रूप से सेनिटाइज किया जाए। बस में सेनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। परिवहन निगम यह भी सुनिश्चित करे कि प्रत्येक प्राइवेट बस में दो ड्राइवर हों। उन्होंने परिवहन विभाग को प्रवर्तन कार्य प्रभावी रूप से करने के निर्देश देते हुए कहा है कि आर0टी0ओ0 तथा ए0आर0टी0ओ0 सतत निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करें कि मार्ग दुर्घटना न होने पाए। पुलिस विभाग एवं पीआरवी द्वारा सघन पेट्रोलिंग किया जाय।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए। इनमें साफ-सफाई तथा सुरक्षा के समुचित प्रबन्ध किए जाएं। कम्युनिटी किचन के माध्यम से शुद्ध एवं पर्याप्त भोजन की व्यवस्था की जाए। सभी जरूरतमंदों को कम्युनिटी किचन से भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोने पाए। ग्रामीण व शहरी इलाकों में गठित निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा निगरानी समितियों के सदस्यों से संवाद कर इनके द्वारा किए जा रहे सर्विलांस कार्य की माॅनिटरिंग की जाए। मुख्यमंत्री जी ने पल्स आॅक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा है कि सभी क्वारंटीन सेन्टर में यह उपकरण अवश्य उपलब्ध रहेे। उन्होंने कहा है कि पल्स आॅक्सीमीटर उपयोग में आसान ऐसा उपकरण है जिसके माध्यम से किसी भी व्यक्ति में आॅक्सीजन का स्तर पता किया जा सकता है। निर्धारित प्रतिशत से कम आॅक्सीजन वाले व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होती है। इसकी मदद से कोरोना संदिग्धों को खोज निकालना आसान हो सकेगा।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 से सम्बंधित टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 10 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में सभी वेंटीलेेटरों को क्रियाशील रखा जाए। वेंटीलेटर को संचालित करने वाले चिकित्सकों और पैरामेडिक्स को प्रशिक्षित किया जाए। कोविड चिकित्सालयों की बेड क्षमता को बढ़ाकर 01 लाख बेड किया जाए। इन अस्पतालों में कार्यरत डाॅक्टरों से नियमित संवाद रखा जाए। चिकित्सा कर्मियों तथा पुलिस कर्मियों को मेडिकल इंफेक्शन से बचाने के लिए सभी प्रबन्ध किए जाएं। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन पर बल देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसी भी स्थिति में कहीं पर भी भीड़ एकत्र न होने पाए। इसके लिए प्रभावी पेट्रोलिंग की जाए। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क अवश्य लगाएं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि लाॅकडाउन के सम्बन्ध में भारत सरकार की नवीनतम एडवायजरी का अध्ययन करते हुए कन्टेन्मेन्ट जोन में अनुमन्य की जा सकने वाली गतिविधियों के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने तथा देश को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपए के विशेष आर्थिक पैकेज की प्रदेश की कार्ययोजना को शीघ्र ही अन्तिम रूप दिया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कृषि विभाग के अधिकारियों को विभिन्न जनपदों में स्थापित गेहूं क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारीगण राशन की दुकानों का निरीक्षण करते हुए खाद्यान्न वितरण की व्यवस्थाओं की मौके पर समीक्षा करें।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में पिछले एक सप्ताह में 590 टेªन के माध्यम से लगभग 7.60 लाख प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आये हैं। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 95 टेªन से 1,13,086 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 52 टेªन के माध्यम से 65,313 लोग आए हैं। वाराणसी में 29, आगरा में 10, कानपुर में 12, जौनपुर में 39, बरेली में 08, बलिया में 19, प्रयागराज में 31, रायबरेली में 08, प्रतापगढ़ में 20, अमेठी में 12, मऊ में 12, कन्नौज में 02, गाजीपुर में 05, अयोध्या में 20, गोण्डा में 44, टेªन, उन्नाव में 20, बस्ती में 25 टेªन जबकि आजमगढ़ में 16 टेªन आ चुकी हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 275 ट्रेन से 3,75,029 लोग, महाराष्ट्र से 140 टेªन से 1,74,449 लोग, पंजाब से 101 टेªन से 1,15,117 लोग आ चुके हैं। तेलंगाना से 07, केरल से 07, तमिलनाडु से 05, आन्ध्र प्रदेश से 02, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 17, गोवा से 03 टेªन प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी, किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। प्रवासी कामगार/श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार समस्त प्रवासी श्रमिकों/कामगारों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त बस एवं टेªन की व्यवस्था कर रही है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 72 जनपदों में 1763 मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 2636 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल 512 पूल टेस्ट किये गये जिसमेें 46 पूल पाॅजीटिव पाये गये। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 17,447 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है। इनमें 109 लोगों को होम क्वारंटीन किया गया है तथा 18 लोग कोविड-19 पाॅजीटिव पाये गये हैं, जिनमें से 04 लोग उपचारित होकर घर चले गये। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रदेशों से आ रहे प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों के घर आशा वर्कर्स जाकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ले रही हैं यदि उनमें किसी प्रकार का कोई लक्षण है तो उन्हें हाॅस्पिटल भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 4,11,770 लोगों से सम्पर्क किया गया जिनमें 466 लोगों में कोविड-19 से सम्बंधित लक्षण पाये गये। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 79,825 निगरानी समिति के माध्यम से 65,05,876 घरों में रह रहे 3,23,09,498 लोगों से सम्पर्क किया गया है।