लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव आगरा में 27 नवम्बर, 2016 (रविवार) को आगरा से इटावा लायन सफारी तक निर्मित साइकिल हाईवे पर आयोजित साइकिल रैली में शामिल होंगे। इसके अलावा, मुख्यमंत्री आगरा इनर रिंग रोड के प्रथम चरण, ताजगंज परियोजना तथा ललितपुर पारेषण परियोजना के प्रथम चरण का लोकार्पण भी करेंगे। इस अवसर पर ‘उत्तर प्रदेश: द ग्रीन पथ’ पुस्तक का विमोचन होगा।
यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि आगरा से इटावा लायन सफारी तक निर्मित 207 कि0मी0 लम्बे साइकिल हाईवे पर आयोजित साइकिल रैली में स्वीडन, अमेरिका, जर्मनी, बांग्लादेश तथा देश के 12 राज्यों के साइकिलिस्ट भाग ले रहे हैं। इस साइकिल हाईवे का निर्माण लगभग 133 करोड़ 78 लाख रुपए की लागत से किया गया है।
साइकिल हाईवे ताजमहल के पूर्वी गेट से प्रारम्भ होकर विभिन्न ऐतिहासिक स्मारक, प्रसिद्ध तीर्थ स्थल जैसे-राजा भोज की हवेली, होलीपुरा, बटेश्वर नाथ मन्दिर, शैरीपुर जैन मन्दिर, मेला कोठी जरार, नौगवां का किला आदि स्थलों एवं ग्रामीण अंचलों से होकर जनपद इटावा में स्थित लायन सफारी पर समाप्त होता है। इसके निर्माण से जहां देश-विदेश के पर्यटकों को साइकिल यात्रा के साथ-साथ प्रसिद्ध स्थलों के दर्शन होंगे, वहीं राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। साइकिल हाईवे से देश-विदेश के पर्यटक साइकिलिंग के माध्यम से विश्व प्रसिद्ध ताजमहल के दीदार करने के साथ-साथ भारतीय ग्रामीण सभ्यता, जलवायु, हरियाली तथा बर्ड वाॅचिंग का भी आनन्द प्राकृतिक वातावरण में उठा सकेंगे।
प्रवक्ता के अनुसार कार्यदायी संस्था आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित आगरा इनर रिंग रोड से ताजमहल जाने वाले पर्यटकों को सीधे पहुंचने का सुगम मार्ग उपलब्ध होगा तथा प्रदेश के पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। साथ ही, औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। यह मार्ग यमुना एक्सप्रेस-वे को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जोड़ रहा है। इसके निर्माण से शहर में बढ़ रहे प्रदूषण में कमी आएगी और यातायात अवरोध से मुक्ति मिलेगी। इसके तहत 100 मीटर चैड़ी 6-लेन सड़क का निर्माण किया गया है, जिसे भविष्य में 8-लेन चैड़ाई में परिवर्तित किया जा सकेगा। इस मार्ग के साथ लगी 1000 एकड़ भूमि में थीम पार्क परियोजना का निर्माण किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि 197.27 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित ताजगंज परियोजना वर्ष 2014 से प्रारम्भ की गई। इस परियोजना के तहत ताजमहल के तीनों प्रवेश मार्गों एवं उसके आस-पास के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की अवस्थापना सुविधाएं और उनका सौन्दर्यीकरण पर्यटकों को उपलब्ध होगा। परियोजना के अन्तर्गत समस्त विद्युत लाइनों को अण्डरग्राउण्ड किए जाने के साथ-साथ आधुनिक कैनोपी एवं ट्रांसफार्मर्स की व्यवस्था की गई है। क्षेत्र की चिन्ह्ति मलिन बस्तियों का सुधार एवं सौन्दर्यीकरण भी किया गया है। ग्रीन एरिया विकसित किया गया है। स्ट्रीट लाइट और लैम्प पोस्ट लगाए गए हैं। जन-सुविधाओं का निर्माण किया गया है। इससे भारतीय एवं विदेशी पर्यटक आकर्षित होंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि ललितपुर पारेषण परियोजना के प्रथम चरण के तहत कुल 1020 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 765 के0वी0 फतेहाबाद उपकेन्द्र, 765 के0वी0 ललितपुर-आगरा पारेषण लाइन तथा दो 400 के0वी0 लाइनों के निर्माण कार्य को मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पित किया जाएगा। यह पारेषण परियोजना 1980 मेगावाॅट की ललितपुर तापीय परियोजना से समुचित एवं सुचारू ऊर्जा निकासी सुनिश्चित करेगी तथा यह सम्पूर्ण प्रदेश में ग्रिड के माध्यम से उपयोग के लिए भी उपलब्ध रहेगी। यह परियोजना सम्पूर्ण ताज ट्रेपीजियम जोन (टी0टी0जेड0) तथा बृज क्षेत्र जैसे-आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, हाथरस एवं निकटवर्ती जनपदों के समग्र विकास में सहायक होगी। इससे क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। साथ ही, आगरा-मथुरा क्षेत्र में पर्यटन एवं सम्बद्ध गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
3 comments