लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव आज आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के जरिए यहां से सैफई, इटावा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक्सप्रेस-वे निर्माण से जुड़े मजदूरों से रास्ते में मुलाकात की। उन्होंने श्रमिकों की मेहनत की सराहना करते हुए उन्हें दीपावली की बधाई भी दी। मुख्यमंत्री ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे में काम करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का सबसे लम्बा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे कई मामलों में अनूठा है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना में जमीन खरीदने के लेकर अब तक कुल 28 महीने ही लगे। जबकि अधिकतर सड़क निर्माण का कार्य मात्र 22 महीने में ही पूर्ण हो चुका है। सम्भवतः दुनिया में सबसे कम समय में इतनी अच्छी गुणवत्ता व इतनी ज्यादा लम्बाई का एक्सप्रेस-वे कहीं और निर्मित नहीं कराया गया है। देश में पहली बार नदियों पर 8-लेन के सेतु का निर्माण इसी एक्सप्रेस-वे परियोजना में किया गया है।
श्री यादव ने कहा कि दुनिया में कहीं भी इतना बड़ा प्रोजेक्ट इतने कम समय और इतनी कम लागत में नहीं बना है। यह एक्सप्रेस-वे यहीं नहीं रुकेगा, बल्कि अन्य प्रदेश के कोनों में भी जाएगा। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे की उच्च गुणवत्ता को देखते हुए इस पर हवाई पट्टी का भी निर्माण कराया गया है, जिससे एक्सप्रेस-वे पर फाइटर प्लेन भी उतारे जा सकेंगे। राज्य सरकार आने वाले समय में प्रदेश को बढ़ाने के लिए और भी एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराएगी। इसके अलावा, समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर तेजी से कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीन की व्यवस्था कर उच्च गुणवत्ता के साथ इस आधुनिक सड़क का रिकाॅर्ड अवधि में निर्माण देश में सबसे पहले उत्तर प्रदेश में कराया गया है। इस एक्सप्रेस-वे के चालू हो जाने से प्रदेश का आर्थिक परिदृश्य तेजी से बदलेगा। उद्योग और कारोबार को बढ़ावा मिलेगा तथा इसके किनारे विकसित की जाने वाली बड़ी मण्डियों से किसानों को उनकी उपज के लिए बेहतर और बड़ा बाजार उपलब्ध होगा। इस एक्सप्रेस-वे पर यातायात शुरू हो जाने पर देश की राजधानी और प्रदेश की राजधानी के बीच सफर करना सुविधाजनक और त्वरित हो जाएगा।