लखनऊ: कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा कृषि निदेशालय, लखनऊ में कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई। खरीफ 2023 में विभिन्न फसलों के अन्तर्गत कुल 96.20 लाख हे0 आच्छादन का लक्ष्य रखा गया था जिसके सापेक्ष कुल 95.67 लाख हे0 आच्छादन पूर्ण हो गया है। 07-25 अगस्त 2023 के बीच कुल 27161 किसान पाठशालायें आयोजित की गई हैं। इस संबंध में मा0 कृषि मंत्री जी द्वारा निर्देश दिया गया कि किसान पाठशाला की एक रिपोर्ट तैयार की जाए तथा उस पर फिल्म बनाई जाए। हर जिले के उप कृषि निदेशक किसान पाठशाला रिपोर्ट तैयार कराएं तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध करायें। सोलर पम्प सिंचाई योजनान्तर्गत जिन पम्पों की स्थापना कराई जानी अवशेष है उन्हें 31 अगस्त से पूर्व पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए। सोलर कम्पनियों को 15 सितम्बर से पूर्व जनपद स्तर पर सर्विस सेन्टर खोलने हेतु निर्देशित करें। वरिष्ठ अधिकारी जब भ्रमण पर जाएं तो वह इन सेन्टरों को जाकर देखें। जिन क्षेत्रों में बाजरा की बुवाई हुई है उन क्षेत्रों में अधिकारी जाकर देखें कि जहॉ पर ज्वार, बाजरा, रागी इत्यादि की फसलें लगी हों वहॉ पर क्रय केन्द्र खोलने का प्रस्ताव भी जनपद से करा दें।
कृषि के क्षेत्र में जो प्रगतिशील कृषक हैं तथा पद्म श्री पुरस्कार से पुरस्कृत कृषक हैं उनको भी अलग-अलग गोष्ठियों में प्रतिभाग कराएं जिससे अन्य कृषक भी उनके द्वारा किए जा रहे नवाचार से लाभान्वित हो सकें। खेत तालाब योजना की धीमी प्रगति पर मा0 कृषि मंत्री जी द्वारा रोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिए गए कि समय से तालाब की खोदाई का कार्य पूर्ण कराया जाए। कृषि यंत्रीकरण के क्षेत्र में जो भी भुगतान अवशेष है उन्हें भी एक सप्ताह में पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए गए। रबी बीज की तैयारी जैसे मुख्य फसलें गेहूॅ, चना, मटर, मसूर, सरसों इत्यादि के बीज की व्यवस्था समय से कराने के लिए बीज विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक को निर्देशित किया गया। साथ ही 40000 तोरिया के मिनीकिट वितरण के निर्देश अपर कृषि निदेशक, बीज एवं प्रक्षेत्र को दिए गए। रबी में कुल 686382 कुन्तल बीजों की व्यवस्था कराए जाने के बारे में प्रबन्ध निदेशक, बीज विकास निगम द्वारा अवगत कराया किया कि सभी बीजों की व्यवस्था सुनिश्चित करा ली गई है, समय से जनपदों में आपूर्ति भी करा दी जायेगी।
नमामि गंगे , पी0के0वी0वाई एवं बुन्देलखण्ड प्राकृतिक खेती की प्रगति काफी धीमी थी जिसपर मा0 मंत्री जी द्वारा कड़ा आक्रोष व्यक्त करते हुए निर्देशित किया गया कि इसकी साप्ताहिक समीक्षा कर प्रगति बढ़ाई जाए। सितम्बर माह में नए कृषि यंत्रों के चयन के लिए पोर्टल चालू करा दिया जाए जिसका विकासखण्डवार लक्ष्य निर्धारित किया जाए। प्रथम आओ-प्रथम पाओ के अनुसार किसानों का चयन पूर्ण करते हुए उन्हें अनुदान की धनराशि उपलब्ध कराई जाए। इसी प्रकार वर्ष 2023-24 में 30000 सोलर पम्प स्थापित करने के जो लक्ष्य रखे गए हैं उन्हें भी पोर्टल पर विज्ञापन देकर प्रारम्भ कराए जाने के निर्देश दिए गए। साथ ही साथ राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना, नेशनल मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एण्ड टेक्नालॉजी/सब मिशन आन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एण्ड टेक्नालॉजी योजना, तिलहन योजना, खेत तालाब योजना , किसान समृद्धि योजना इत्यादि की प्रगति की भी समीक्षा की गई तथा निर्देशित किया गया कि जहॉ भी वित्तीय स्वीकृति जारी हो गई है, धनराशि प्राप्त हो गई है, वहॉ किसानों को नियमानुसार भुगतान सुनिश्चित करें। जहॉ बजट की मांग करनी हो, मांग कर लें। रबी में किसान पाठशाला चलाने की तैयारी अभी से कर लिए जाने के भी निर्देश दिए गए।
बैठक में कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह औलख, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, विशेष सचिव श्री ऋषिरेन्द्र कुमार, कृषि निदेशक श्री विवेक कुमार सिंह, डा0 पंकज त्रिपाठी, निदेशक, सीमा, रहमानखेड़ा, डा0 जितेन्द्र कुमार तोमर, प्रबन्ध निदेशक, बीज विकास निगम सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।