रसायन और उर्वरक मंत्रालय के उर्वरक विभाग के तहत इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) ने 2022 से 2027 की अवधि के लिए 6 से 6.5 लाख मीट्रिक टन की वार्षिक मात्रा के साथ पोटाश के म्यूरेट (एमओपी) की आपूर्ति के लिए इज़राइल केमिकल्स लिमिटेड (आईसीएल) के साथ आज निर्माण भवन, नई दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और रसायन, उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया की उपस्थिति में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर बोलते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा रसायन और उर्वरक मंत्री, डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि “भारत और इज़राइल आपसी विश्वास और सहयोग पर आधारित एक व्यापक आर्थिक, रक्षा और रणनीतिक संबंध साझा करते हैं। भारत में कृषि क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और यह सहयोग और नवाचार करने के पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। भारत और इज़राइल को उर्वरक क्षेत्र में अनुसंधान के क्षेत्र में मिलकर काम करना चाहिए ताकि इससे कृषक समुदाय को लाभ हो। उन्होंने कहा कि भारत सरकार उर्वरकों के विवेकपूर्ण उपयोग के साथ कृषि उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है और उर्वरकों के उपयोग, पर्यावरण के अनुकूल वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग में सुधार के लिए इज़राइली पक्ष से सहयोग मांगा है।
केंद्रीय मंत्री ने एमओयू पर हस्ताक्षर होने पर बधाई देते हुए कहा कि यह देश में एमओपी की उपलब्धता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे देश में कृषि उत्पादन को और बढ़ावा मिलेगा जिससे कृषक समुदाय के जीवन में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि यह बड़े संतोष की बात है कि इज़राइल केमिकल्स लिमिटेड (आईसीएल) किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से “उच्च उर्वरक उपयोग दक्षता प्राप्त करने पर केंद्रित जीवन के लिए पोटाश” नामक एक परियोजना के संचालन में इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) के साथ भी काम कर रहा है।
इज़राइल केमिकल्स लिमिटेड के वैश्विक अध्यक्ष श्री एलाद अहारोंसन ने इंडियन पोटाश लिमिटेड के माध्यम से भारत के साथ अपनी कंपनी के जुड़ाव की सराहना की और कहा कि इज़राइल केमिकल्स लिमिटेड को भारत में किए जा रहे प्रयासों और डाउनस्ट्रीम उर्वरकों के क्षेत्र में उन्नत प्रौद्योगिकियों, रसद और अनुप्रयोग के लिए एक गहरा सहयोग विकसित करने की इच्छा से जुड़ने में खुशी होगी।
इज़राइली प्रतिनिधिमंडल ने भूमि और पानी की बाधाओं के बावजूद कृषि और उर्वरक क्षेत्र में देश द्वारा की गई विभिन्न तकनीकी प्रगति को देखने के लिए माननीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया को इजरायल आने का निमंत्रण भी दिया। इस अवसर पर दोनों कंपनियों के अधिकारियों के अलावा उर्वरक विभाग और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।