नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज कोलकाता में आकाशवाणी के मैत्री चैनल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि आकाशवाणी मैत्री चैनल समग्र बांग्ला सांस्कृतिक धरोहर के संवर्द्धन और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जो भौगोलिक स्थान से इतर प्रत्येक बांग्लाभाषी के लिए गौरवशाली विरासत है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह चैनल भारत और बांग्लादेश की कला, संस्कृति, साहित्य, संगीत और साझा सामाजिक-आर्थिक मुद्दों का समावेश करके अनोखा प्रस्तुतिकरण कर सकता है। यह चैनल भारत और बांग्लादेश तथा अन्य स्थानों के लाखों रेडियो-प्रेमियों के हृदय में स्थान बना सकता है।
राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि भारत और बांग्लादेश केवल पड़ोसी ही नहीं हैं बल्कि दोनों देशों के बीच नाभि-नाल संबंध हैं। भारत हमेशा बांग्लादेश के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को अत्यंत महत्व देता है क्योंकि दोनों देशों का इतिहास, धरोहर, संस्कृति, भाषा, भौतिक निकटता आदि समान हैं तथा दोनों देश पूरे उप महाद्वीप के विकास एवं समृद्धि के लिए मिलकर काम कर सकते हैं। दोनों देशों के संबंध लोकतांत्रिक मूल्यों, उदारीकरण के सिद्धांतों, समतावाद, धर्मनिरपेक्षता, एक-दूसरे की संप्रभुता और अखंडता के प्रति सम्मान पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि आकाशवाणी मैत्री की शुरूआत होने से भारत-बांग्लादेश संबंधों का नया अध्याय खुल रहा है। राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि आकाशवाणी मैत्री और उसकी मल्टीमीडिया वेबसाइट न केवल पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के लिए आकाशवाणी की अनोखी पहल है बल्कि पूरे विश्व के बांग्ला भाषियों को भी इससे लाभ होगा।