इलाहाबाद: 24 इक्विपमेंन्ट डिपो भारतीय वायु सेना का काफी पुराना डिपो है। यह डिपो इलाहाबाद से 18 किलोमीटर दूर कानपुर मार्ग में जी0टी0 रोड़ पर एक छोटे
गाँव मनौरी में स्थित है। इस डिपो में वायु सेना योद्धाओं के खेल-खूद हेतु अच्छे खेल-कूद सामान और खेल मैदानों की बहतरीन सुव्यस्था है और इस डिपो में वायु सेना योद्धाओं के शारीरिक और मानसिक विकास हेतु वर्ष भर अनेकों प्रकार के खेल-कूदों का आयोजन होता रहता है। इसी क्रम में 24 इक्विपमेंन्ट डिपो ने 5 दिन का एक साहसिक साइकिलिंग अभियान का आयोजन 17 से 21 फरवरी 2016 तक किया है। इस साहसिक साइकिलिंग अभियान दल का नेतृत्व एयर कमोडोर संजय अनेजा, विशिष्ट सेवा मेडल, एयर ऑफिसर कमान्डिग, 24 इक्विपमेंन्ट डिपो, वायु सेना स्टेशन, मनौरी कर रहे है।
इस साहसिक साइकिलिंग अभियान दल में कुल 15 वायु सेना योद्धा और डिपो के असैनिक कर्मचारी 20 से 55 वर्ष की उम्र के साहसी नौजवान बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे है। यह दल कुल 580 किलोमीटर की यात्रा टेडे-मेडे, उबड़-खाबड़, ऊँचे-नीचे रास्तों से गुजरते हुये 5 दिन में पूरी करेगा। इस दल को एयर वाइस मार्शल शीर्श मोहन, वायु सेना मेडल, वायु रक्षा कमान्डर, मुख्यालय मध्य वायु कमान, भारतीय वायु सेना, बमरौली ने दिनांक 17 फरबरी 2016 को प्रातः 06:45 पर हरी झण्डी दिखाकर वायु सेना स्टेशन, मनौरी से गन्तव्य की ओर रवाना किया। इस अवसर पर वायु सेना स्टेशन, मनौरी प्राँगण काफी सजाया गया था और इस अवसर पर वायु सेना स्टेशन के अधिकारीगण, वायु योद्धा और असैनिक कर्मचारीगण परिवार सहित काफी मात्रा में मौजूद थे। इस अवसर पर एयर मार्शल शीर्श मोहन ने साहसिक साइकिलिंग अभियान दल के सभी प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि मुझे काफी गर्व हो रहा है कि आप सभी इस साहसिक अभियान में काफी जोर-शोर से हिस्सा ले रहें है मैं आप सभी को साहसिक अभियान की सफलता के लिये शुभ कामँना करता हूँ। यह दल रास्ते में फतहपुर, कानपुर, लखनऊ, कोरवा होते हुये दिनांक 21 फरवरी 2016 को वापस इलाहाबाद पहुचेगा ।
इस साहसिक साइकिलिंग अभियान को सफल बनाने हेतु एक माह पहिले से दल के सभी प्रतिभागी रोजाना 70 किलोमीटर की दूरी का अभ्यास कर रहे थे। इस अभ्यास के दौरान दल के सभी प्रतिभागियों का उत्साह वर्धक अच्छा रहा और दल के सभी सदस्य मानसिक और शारीरिक तौर पर पूर्णत्या तैयार थे।
यह साहसिक साइकिलिंग अभियान दल गाँवों में दूर दराज में स्थित नौजवानों में वायु सेना में भर्ती होने के आकर्षण को पैदा करेगें, ताकि देश की वायु सेना में अच्छे-अच्छे नौजवानों का प्रवेश होगा और हमारे देश की वायु सुरक्षा और मजबूत होगी। तथा वायु योद्धा गांव गांव में हमारी वायु सेना द्वारा आम नागरिकों हेतु किये जा रहे कार्यों की बखूवी जानकारी मुहैया करायेगें। यह साहसिक साइकिलिंग अभियान दल देश में साइकिलों का प्रयोग अधिक से अधिक करने पर बल देने के सन्देश को ले जायेगें ताकि हमारे नौजवान हस्ट-पुस्ट बन सकें और हमारा वायु मण्डल प्रदूषण मुक्त हो।
जमिनीं खेलों में साहसिक साइकिलिंग अभियान खेल जगत में काफी विख्यात है, क्यों कि यह साहसिक साइकिलिंग अभियान सभी वर्गों में सभी स्थानों पर वर्ष भर किसी भी मौसम में भलीभाँति आयोजित किया जा सकता है। आजकल यह साहसिक साइकिलिंग अभियान दिव्यांग बच्चों द्वारा भी काफी पसन्द किया जाता है, इसलिये उनके लिये भी साहसिक साइकिलिंग अभियान का आयोजन किया जाता है और साथ-साथ वायु मण्डल को प्रदूषण मुक्त बनाये रखने हेतु आये दिन सरकार तथा गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा अनेकों प्रकार के साहसिक साइकिलिंग अभियानों का आयोजन होता रहता खेल-कूद का मानव जीवन के विकास में अत्याधिक महत्वपूर्ण स्थान होता है, इससे समाज में आपसी भाईचारे की भावना को बल मिलता है और मानव समाज में नेतृत्व करने के गुणों का विकास होता है। यही सब बातों को मध्येनजर ऱखते हुये भारतीय वायु सेना अपने वायु योद्धाओं के मानसिक और शारीरिक विकास को तरोताजा रखने हेतु वायु सेना में अनेकों प्रकार के खेलों का आयोजन वर्ष भर करता रहता है। इसके परिणाम स्वरूप वायु सेना नें राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय स्तर के सभी खेलों में अच्छे खिलाडियों तैयार किये है और यह प्रक्रिया अनवरत रूप से सदैव चलती रहती है।
वायु सेना मुख्यालय नई दिल्ली के तत्वावधान में एक निदेशालय साहसिक का गठन हुआ है, जो वायु सेना में सभी खेलों से सम्बन्धित खेलों के आयोजन की प्रक्रिया को वर्ष भर संचालित करता है। ये खेल-खूद तीन वर्गों में विभाजित है जैसे, एयरो स्पोर्ट, लैन्ड स्पोर्ट और वाटर स्पोर्ट आदि। वायु सेना में इन सभी खेलों का प्रशिक्षण उत्कृष्ट्र प्रकार के खेल प्रशिक्षकों द्वारा दिया जाता है।
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