नई दिल्ली: एअर इंडिया अपने पायलटों को हिंदी बोलने पर इनाम देगी। कंपनी ने पायलटों से कहा कि उड़ान के दौरान अच्छी हिंदी में अनाउंसमेंट्स करने पर उन्हें इनाम दिया जाएगा। एअर इंडिया और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अफसरों के बीच हुई चर्चा के मुताबिक पायलट या तो अंग्रेजी में घोषणाएं करते हैं या बिल्कुल नहीं करते। अब उद्घोषणाएं हिंदी में ही हों, यह तय करने के लिए एअर इंडिया ने दो फै सले किए हैं।
पहला, पायलटों की उद्घोषणा का ब्योरा उड़ान के रिपोर्ट रिकॉर्ड में दर्ज होना चाहिए। दूसरा, फीडबैक फॉर्म के जरिए इन अनाउंसमेंट्स पर यात्रियों की राय ली जाए। हालांकि, कंपनी के फैसले से पायलट नाराज बताए जा रहे हैं। एक पायलट ने कहा, कंपनी को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने के लिए रचनात्मक विचारों की जगह आलाकमान ऎसी चालबाजियों में दिलचस्पी ले रहा है। वैसे एयर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा, ऎसा कोई नियम नहीं है कि पायलटों को हिंदी में ही अनाउंसमेंट्स करने होंगे, लेकिन सरकारी कंपनी होने के नाते हिंदी को प्रमोट करने के कुछ दायित्व हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने विमानन मंत्रालय से 40 हजार करोड़ के कर्ज में डूबे और 36 हजार करोड़ के घाटे से जूझ रही एआई की वित्तीय हालत पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। विमानन विशेषज्ञ रज्जी राय ने कहा, ऎसा लगता है कि एयरलाइन प्रबंधन ने हिंदी को प्रमोट करने की जिम्मेदारी को गंभीरता से लिया है। एअर इंडिया को तत्काल ध्यान देने वाली अन्य चीजों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय अपने पायलटों को अपना काम करने देना चाहिए।