नयी दिल्ली: नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को कहा कि विमान सेवा कंपनियों की सेवा गुणवत्ता का आँकलन शिकायत निपटान में उनके प्रदर्शन के आधार पर होना चाहिये तथा इसके लिए उनकी रैंकिंग की प्रणाली स्थापित की जानी चाहिये। श्री प्रभु ने हवाई यात्रियों की शिकायत निपटान के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म’एयरसेवा के दूसरे संस्करण की लॉन्चिंग के मौके पर यहाँ आयोजित कार्यक्रम में कहा कि हम एयर सेवा का तीसरा संस्करण भी जल्द ही लॉन्च करने वाले हैं।
मेरी इच्छा है कि’एयरसेवा 3.0 में यह व्यवस्था हो कि शिकायत निपटान में एयरलाइन के प्रदर्शन के आधार पर सेवा गुणवत्ता की तुलना कर सकें। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के आँकलन के लिए प्रणाली तैयार करने का काम’क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया को सौंपा जा सकता है। इसके आधार पर विमान सेवा कंपनियों को रैंकिंग प्रदान की जा सकती है जिससे यात्रियों को भी पता चल सके कि किस एयरलाइन की सेवा कैसी है।
इस अवसर पर एयरसेवा 1.0 में समय पर शत-प्रतिशत शिकायतों का निपटान करने के लिए चेन्नई हवाई अड्डे को’एयरसेवा चैम्पियनका पुरस्कार प्रदान किया गया। नवंबर 2016 में लॉन्च किये गये इस प्लेटफॉर्म पर अब तक 11 हजार से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं जिनमें 92 प्रतिशत का निपटारा किया जा चुका है। 30 हजार से ज्यादा लोगों ने एयरसेवा ऐप डाउनलोड किया है। श्री प्रभु ने बताया कि ‘एयरसेवा 3.0 में डिजियात्रा के लिए पंजीकरण की सुविधा भी होगी। डिजियात्रा के तहत यात्री बिना किसी पहचान पत्र के हवाई अड्डे के अंदर प्रवेश पा सकेंगे। इसके लिए उन्हें टिकट बुक कराते समय अपने आधार कार्ड या पासपोर्ट का विवरण देना होगा और प्रवेश बायोमिट्रिक पहचान के आधार पर मिलेगा।
उन्होंने बताया कि लगातार 50 महीने से देश का विमानन क्षेत्र 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है तथा सरकार इस गति को बरकरार रखने के लिए जनवरी में’विजन 20325 लॉन्च करेगी। यह 15 और 16 जनवरी को मुंबई में होने वाले विमानन सम्मेलन में लॉन्च किया जायेगा। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने’एयरसेवा 2.0 पुराने संस्करण के मुकाबले दो गुणा बेहतर है। इसके विशिष्ट फीचर के कारण लोग इसका बेहतर इस्तेमाल कर पायेंगे। अब सोशल मीडिया के जरिये भी लोग एयरसेवा पर अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। रॉयल बुलेटिन