गृह सचिव श्री अजय कुमार भल्ला ने आज “अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क (सीसीटीएनएस)/अंतर-संचालनीय आपराधिक न्याय प्रणाली (आईसीजेएस) में अच्छी प्रथाओं” पर हुए दूसरे सम्मेलन के समापन सत्र को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि आईसीजेएस के ई-फॉरेंसिक्स, ई-प्रोसिक्युशन और ई-प्रिजंस जैसे घटकों के कई गुना विस्तार और प्रणाली के साथ बेहद ज्यादा डाटाबेस का एकीकरण देखना खासा संतोषजनक है।
सत्र में उपस्थित गृह सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का स्वागत करते हुए एनसीआरबी निदेशक श्री राम फल पवार ने कहा कि सभी राज्यों/ संघ शासित क्षेत्रों को सीसीटीएनएस/ आईसीजेएस से संबंधित ऐसे नवाचार और उपलब्धियों के प्रदर्शन के लिए एक मंच उपलब्ध कराने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है, जिन्हें दूसरे राज्य/ संघ शासित क्षेत्र अपने यहां लागू कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सीसीटीएनएस और आईसीजेएस परियोजनाओं के कार्यान्वयन में राज्यों/संघ शासित प्रदेशों के निरंतर प्रयासों को मान्यता देने के क्रम में, कल सम्मेलन के उद्घाटन समारोह के दौरान केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने शीर्ष रैंक हासिल करने वाले राज्यों/ संघ शासितप्रदेशों को सम्मानित किया।
श्री राम फल पवार ने यह भी कहा कि digitalpolice.gov.in प्लेटफॉर्म पर यूनिफाई वेबऐप जारी कर दिया गया है। यह वेबऐप सीसीटीएनएस में लापता लोगों या अपराधियों के डाटा बेस में मौजूद उनके फोटो से तुलना करके एक संदिग्ध या अज्ञात व्यक्तियों की पहचान में उपयोग किया जा सकता है, जिससे ‘स्मार्ट’ मुहिम के अंतर्गत तकनीक रूप से कुशल पुलिस तैयार करने के लक्ष्य के प्रति एनसीआरबी की प्रतिबद्धता का पता चलता है।
सत्र में गृह सचिव के अलावा, गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और राज्यों/संघ शासित क्षेत्रों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तथा सीसीटीएनएस/आईसीजेएस के नोडल अधिकारी भी उपस्थित रहे।