नई दिल्ली: अजमेर नगर निगम (एएमसी) ने 2 मार्च 2020 से ही सक्रिय कदम उठाना शुरू कर दिया था और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा नोवेल कोरोना वायरस (कोविड–19) को वैश्विक महामारी घोषित कियेजाने के बाद निगम द्वारा11 मार्च से सख्त कदम उठाए गए। एएमसी ने नगर निगम में कोविड-19 वॉर रूम की स्थापना की है जिसके प्रमुख अजमेर के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सा और पुलिस अधिकारी हैं।वॉर रूम का उपयोग मौजूदा कोविड-19 स्थिति पर नजर रखने और नागरिकों में संक्रमणके प्रसार को कम करने के लिए किया जा रहा है। डब्लूएचओ और एमएचए द्वारा जारी किए गए कोविड-19 एहतियाती कदमों के प्रति अपने नागरिकों में जागरूकता पैदा करने, विभिन्न अभिनव रणनीतियों की योजना बनाने और इन्हें लागू करने में वॉर रूम महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहाहै।
- बीमार लोगों के निकट संपर्क से बचें, 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
- अपनी आँख, नाक और मुँह को बिना साफ़ किये गए हाथों से न छुएँ।
- जब आप बीमार हों तो घर में रहें।
- अपनी खांसी व छींकको टिश्यू से कवर करें और टिश्यू को कूड़े में फेंक दें।
- बार–बार छुए जानेवाली वस्तुओं औए सतहों को प्रतिदिन साफ़ करें एवं कीटाणुरहित करें। बार–बार छुए जानेवाले सतहों में शामिल हैं– काउंटर, टेबलटॉप्स, दरवाजे का हैंडल, बाथरूम में लगी वस्तुएं, शौचालय, फोन, कीबोर्ड, टैबलेट, बेडसाइड आदि ।
- अपने हाथों को साबुन और पानी से अक्सर धोएं। यदि साबुन और पानी आसानी से उपलब्ध नहीं हो,तो ऐसे हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें जिसमें कम से कम 60 प्रतिशत अल्कोहल हो। अपने हाथों की सभी सतहों को कवर करें और उन्हें एक साथ रगड़ें जब तक कि वे सूख न जाएं।
- भीड़ भरे स्थानों से दूर रहें और सामूहिक समारोहों से बचें
- यदि सतह गंदे हैं, तो उन्हें साफ करें। कीटाणुशोधन से पहले डिटर्जेंट या साबुन और पानी का उपयोग करें।
- लक्षण विकसित होने पर अपना तापमान लें।
- व्यायाम करने के 30 मिनट के भीतर या एसीटामिनोफेन जैसी तापमान को कम करने वाली दवाओं को लेने के बाद अपने तापमान की जांच न करें।
कोविड-19 वायरस के प्रसार को कम करने के लिए अजमेर शहर प्रशासन द्वारा की गई प्रमुख पहलें इस प्रकार हैं:
सार्वजनिक संबोधन प्रणाली (पीए)- नगर निगम, अजमेर के अग्नि और स्वच्छता विभाग के सहयोग से पीएवी सिस्टम का उपयोग करके कोविड-19 से संबंधित जागरूकता अभियान नियमित रूप से चलाये जा रहे हैं। जमीनी कार्यों की समीक्षा करने और नागरिकों से सीधे फीडबैक लेने के लिए सिटी कलेक्टर और कमिश्नर द्वारा नियमित रूप से क्षेत्र का दौरा किया जा रहा है।
भोजन और आश्रय:बेघरों को शहर द्वारा चिन्हित आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया जा रहा है। चयनित इलाकों में जरूरतमंद लोगों को पका हुआ भोजन और आवश्यक चीजें प्रदान की जा रहीं हैं। वॉर रूम में, भोजन की आवश्यकता के लिए व्यक्तियों से शिकायतें प्राप्त की जाती हैं। फ्लाइंग स्क्वायड मजिस्ट्रेटों द्वारा भौतिक सत्यापन के बाद जरूरतमंद व्यक्तियों को राशन वितरित किये गए है।
कीटाणुशोधन के लिए फायर टेंडर का उपयोग: शहर की मुख्य सड़कों, बस स्टैंड, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन, संस्थानों, अस्पताल परिसर, दुकानों आदि जैसे विभिन्न स्थानों को कीटाणुरहित करने के लिए सिटी फायर फोर्स, बड़े फायर टेंडर का उपयोग कर रहा है। छोटे फायर टेंडर का उपयोग पूरे शहर के वार्ड की सड़कों को कीटाणुरहित करने के लिए किया जा रहा है।
निगम स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा सरकारी कार्यालय में कीटाणुशोधन अभियान
शहर में कोविड-19 हेल्पलाइन नंबर स्थापित किया गया है और वॉर रूम अधिकारियों द्वारा इसकी निगरानी की जाती है। खाद्य आपूर्ति, कीटाणुशोधन और स्वच्छता सेवाओं के लिए इस हेल्पलाइन का उपयोग किया जा सकता है।
निगरानी तकनीकें- जीपीएस आधारित तकनीक के साथ कीटाणुशोधन और स्वच्छता कार्यकर्ताओं की वास्तविक समय पर निगरानी (ट्रैकिंग)।
क्वारंटाइन सुविधाओं की स्थापना- शहर में क्वारंटाइन सुविधाओं की स्थापना के लिए होटल और अन्य निजी संस्थानों का उपयोग किया जा रहा है। पॉजिटिव मामले के संपर्क का पता लगाया जा रहा है और संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को दिशानिर्देशों के अनुसार क्वारंटाइन केंद्रों में रखा जा रहा है।
आईसीसीसी–अभय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उपयोग शहर के पुलिस और यातायात विभाग द्वारा किया जा रहा है। सीसीटीवी कैमरा फुटेज का उपयोग ट्रैफिक और लोगों की आवाजाही की लाइव निगरानी के लिए किया जा रहा है।
प्रवासियों का आवागमन :राज कॉप एप का उपयोग अंतर-राज्य और अंतर-शहर आवागमन के लिए ई-पास जारी करने के लिए किया जाता है। व्यक्तियों को राजस्थान के बाहर जाने या अजमेर शहर में आनेके लिए शहर के नामित अधिकारियों द्वारा पास अनुमोदित किये जाते हैं। अन्य राज्यों के फंसे हुए मजदूर भी राज कोविड इन्फो एप और ई-मित्रा वेबसाइट पर पंजीकरण कर सकते हैं और पंजीकृत लोगों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुँचाने के लिए व्यवस्था की जा रही है। दरगाह शरीफ, अजमेर में आने वाले तीर्थयात्रियों, जिन्हें लॉकडाउन के कारण अजमेर में रखा गया था, की पहचान की गई है औरदिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए मेडिकल चेकअप / स्क्रीनिंग के बाद उन्हें ट्रेनों और बसों द्वारा उनके संबंधित स्थानों पर भेजा गया है।