लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने और मंत्रियों का वेतन बढ़ाने के बाद अब विधायकों को चुनाव में जाने से पहले बड़ा तोहफा देने वाले हैं। विधायकों के वेतन, भत्ते, पेंशन और रेल कूपन सहित तमाम सुविधाओं में भारी वृद्धि होगी। इसका लाभ एमएलए के साथ-साथ सभी एमएलसी को भी मिलेगा।
पूर्व विधायकों की पेंशन और रेल कूपन भी बढ़ा दिए गए हैं। इसके साथ उन्हें निजी गाड़ी के डीजल-पेट्रोल के लिए 50 हजार रुपये नगद देने की व्यवस्था भी कर दी है। इस वृद्धि से सरकार के खजाने पर एक अरब 28 करोड़ 89 लाख रुपये का अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा।
‘हिन्दुस्तान’ ने मंगलवार के अंक में ही इस बाबत खबर प्रकाशित की थी। सरकार ने बुधवार को सदन में उत्तर प्रदेश राज्य विधानमंडल (सदस्यों की उपलब्धियां और पेंशन) संशोधन विधेयक-2016 पेश किया। इसे गुरुवार को पास किया जाएगा। खास बात यह है कि इस विधेयक के सर्वसम्मति से पास होने की उम्मीद है, क्योंकि अपने वेतन-भत्ते बढ़ाने के विधेयक का शायद ही कोई दल या सदस्य विरोध करे।
विधायकों के वेतन, भत्ते बढ़ाने के पीछे संशोधन विधेयक में तर्क दिया गया है कि मूल्य वृद्धि और उत्तरदायित्वों की बढ़ोतरी को दृष्टिगत रखते हुए यह निर्णय किया गया है कि राज्य विधानमंडल के सदस्यों को स्वीकृत वेतन, भत्ते, रेल कूपनों और अन्य सुख-सुविधाओं में वृद्धि की जाए। पूर्व सदस्यों को भी स्वीकृत पेंशन और रेल कूपनों में वृद्धि की जाए और उन्हें स्वीकृत रेल कूपनों में से नकद भुगतान की सुविधा भी दी जाए।
विधायकों का क्या-क्या कितना बढ़ा
मद का नाम—————पहले——————————–अब
वेतन—————–10,000 रुपये———————–25 हजार प्रतिमाह।
निर्वाचन क्षेत्र भत्ता——-30 हजार रुपये———————–50 हजार रुपये प्रतिमाह।
सचिवीय भत्ता———-15 हजार रुपये————————20 हजार रुपये प्रतिमाह।
मेडिकल भत्ता———–20 हजार रुपये———————–30 हजार रुपये प्रतिमाह।
रेलवे कूपन————-3,25.000 रुपये———————-4,25.000 रुपये प्रति साल।
पेट्रोल-डीजल भत्ता——-18,000 रुपये———————–20,000 रुपये प्रति माह।
जनसेवा भत्ता———–800 रुपये————————–1,500 रुपये प्रतिदिन।
पूर्व विधायकों का क्या-क्या कितना बढ़ा
पेंशन———————10,000 रुपये———————–25,000 रुपये प्रतिमाह।
रेल कूपन——————80,000 रुपये———————-1,00000 रुपये प्रति साल।
डीजल-पेट्रोल के लिए——–कुछ नहीं————————–50 हजार रुपये नकद (रेल कूपन में से)।
अन्य सुविधाएं
-अब विधायक अपने साथ रेलवे और हवाई जहाज से परिवार के सदस्यों के साथ या उनके स्थान पर किसी को भी ले जा सकेंगे। अभी तक वे केवल अपने साथ परिवार के सदस्यों को ही ले जा सकते थे।
-एक दिन से एक साल तक विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य होने पर अब पेंशन 25 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेगी। लेकिन एक साल से ज्यादा सदस्य रहने पर प्रति साल की दर से अतिरिक्त पेंशन की धनराशि एक हजार रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर दो हजार रुपये प्रतिमाह कर दी गई है। यानी अब वर्तमान विधायकों के पूर्व होने पर उन्हें 33 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन मिलेगी।
साभार हिन्दुस्तान