मुंबई: खाद्य तेल फॉर्च्यून के बड़े विक्रेता अदानी विल्मर लिमिटेड ने फॉर्च्यून बिरयानी क्लासिक बासमती राइस के लॉन्च की घोषणा की है. बिरयानी के शौकीनों के लिए, फॉर्च्यून ने बासमती चावल की इस नई श्रेणी को पेश किया है, जिसकी गुणवत्ता सर्वोत्तम है. फॉर्च्यून बासमसी राइस सभी स्टोर्स में उपलब्ध है और इसकी कीमत 210 रुपये प्रति किलोग्राम है.
कंपनी ने बासमती चावल के प्रचार के लिए फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार और ट्वीकल खन्ना को ब्रांड एंबेसडर चुना है. अदानी विल्मर के नए टीवी विज्ञापन लिए परिकल्पना ट्राइटन कम्यूनिकेशंस ने तैयार की है. फिल्म का निर्देशन चर्चित निर्देशक करण जौहर ने अपने होम प्रोडक्शन धर्मा के बैनर तले किया है. इस विज्ञापन फिल्म में पहली बार करण जौहर ने अक्षय कुमार और टि़वंकल को निर्देशित किया है. यह विज्ञापन अक्षय और ट्विंकल के बीच अटूट प्यार-अनब्रेकेबल बॉन्ड को दर्शाता है. इस विज्ञापन का प्रसारण 25 नवंबर से किया जाएगा. जल्द ही इसका विस्तार डिजिटल मीडियम पर किया जाएगा.
अक्षय के अपने शेफ हैट पहनने के साथ, जोकि ट्विंकल खन्ना के प्रति अपना प्यार जताने के लिए फॉर्च्यून बिरयानी क्लासिक बासमती राइस का इस्तेमाल कर बिरयानी पका रहे हैं. उनकी खुशहाल शादीशुदा जिंदगी का राज है, साथ रहना पर इसमें एक-दूसरे को स्पेस भी देना चाहिए. इससे आपके रिश्ता बेहद खूबसूरत हो जाते हैं. बिरयानी राइस के न टूटने वाले दोनों के रिश्ते पर बिल्कुल फिट बैठती है. प्रीमियम क्वालिटी के चावल को घर पर बिरयानी पकाने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए विशेष तौर पर प्रोसेस किया गया है. प्रत्येक दाना सही तरह से पकता है, फ्लफी और अलग-अलग रहता है और आपको सबसे विश्वसनीय बिरयानी का स्वाद मिलता है.
अदानी विल्मर के डिप्टी सीईओ अंग्शु मलिक के अनुसार हम अपने प्रीमियम उत्पादों की श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए भारतीय घरों के लिए बेहतरीन कुकिंग अनुभव देना जारी रखेंगे. फॉर्च्यून बिरयानी क्लासिक बासमती राइस की पेशकश के साथ, हमारा उद्देश्य अपने ग्राहकों के लिए घर पर बनी बिरयानी खाने के अनुभव को समृद्ध बनाना है. अदानी विल्मर लिमिटेड (एडब्ल्यूएल) एक साझा वेंचर है. जनवरी 1999 में प्राइवेट इंफ्रास्ट्रक्चर में अग्रणी अदानी ग्रुप और एशिया का प्रमुख एग्री बिजनेस ग्रुप, सिंगापुर स्थित, विल्मर इंटरनेशनल लिमिटेड के बीच यह साझीदारी हुई थी. यह भारत में सबसे तेजी से बढ़ते फूड एफएमसीजी कंपनियों में से एक है. इसका टर्नओवर 3.5 बिलियन डॉलर से ऊपर है. आज एडब्ल्यूएल के 40 से भी ज्यादा यूनिट हैं.