लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि विभिन्न राज्यों से उत्तर प्रदेश लौटने वाले प्रवासियों की एक सूची उपलब्ध करायी जाए, ताकि उन्हंे उ0प्र0 सुरक्षित लाया जा सके। उ0प्र0 सरकार सभी प्रवासियों की सकुशल एवं सुरक्षित प्रदेश वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। अन्तर्राज्यीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं पर विशेष सतर्कता बरती जाय। साथ ही, विभिन्न राज्यों की सीमाओं से कोई भी व्यक्ति पैदल न चले, हर हाल में पलायन को रोका जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने तथा परिस्थिति की माॅनीटरिंग के लिए आगरा, मेरठ तथा कानपुर जनपदों में एक उच्च स्तरीय मेडिकल टीम भेजी जाए। साथ ही, सभी अस्पतालों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर सहित अन्य सभी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही, इन्हें सेनिटाइज भी किया जाए। इन किचन के माध्यम से जरूरतमंदों को अच्छा भोजन पर्याप्त मात्रा में देना सुनिश्चित किया जाए। सभी प्रवासी श्रमिकों/कामगारों का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से किया जाए। अस्वस्थ होने की दशा में उन्हें उपचारित किया जाए। सभी स्वस्थ प्रवासी श्रमिकों/जरूरतमंदों को घर भेजते समय खाद्यान्न की किट एवं भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध करवायें
मुख्यमंत्री जी ने सभी जनपदों में निरन्तर साफ-सफाई व सेनिटाइजेशन सुनिश्चित करने के साथ ही, कम्युनिटी किचन में खाना बनाने वालों का प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए कहा। उन्होंने डोर स्टेप डिलीवरी तथा सप्लाई चेन को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों के मध्य राज्य के आयुष विभाग द्वारा लाॅन्च किए गए ‘आयुष कवच कोविड’ एप को प्रोत्साहित करने के लिए कहा। इससे लोगों को अपनी इम्युनिटी बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी, क्योंकि इसमें आयुर्वेद एवं योग के सम्बन्ध में काफी जानकारी मौजूद है।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद मेरठ, आगरा एवं कानपुर में वरिष्ठ अधिकारियों को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने आगरा में प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास श्री आलोक कुमार तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री रजनीश दुबे को कैम्प करने के निर्देश दिए। साथ ही, पी0जी0आई0 से एक वरिष्ठ डाॅक्टर तथा पुलिस अधिकारी को भी भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद मेरठ में प्रमुख सचिव सिंचाई श्री टी0 वेंकटेश के साथ चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को कैम्प करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कोरोना संक्रमण की जांच के लिए टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने पूल टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी मेडिकल काॅलेजों के प्रधानाचार्यों से संवाद बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने डाॅक्टरों, पैरामेडिक्स के साथ-साथ सभी डिग्री व इन्टर काॅलेजों के प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी जनपदों में मौजूद वेण्टीलेटर्स को फंक्शनल किया जाए। इसके अलावा एनेस्थीशिया डाॅक्टरों की सूची भी बना ली जाए। उन्हें ट्रेनिंग देकर वेण्टीलेटर्स संचालित कराए जाएं। उन्होंने इमरजेंसी मेडिकल सेवाएं स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित प्रोटोकाॅल के अनुसार संचालित करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि नर्सिंग, डेन्टल तथा इंजीनियरिंग काॅलेजों में एल-1 कोविड अस्पताल स्थापित किए जाएं, ताकि किसी भी आकस्मिकता से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस बल को इन्फेक्शन से बचाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएं।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल तथा श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव कृषि डाॅ0 देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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