लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में विद्युत उत्पादन, पारेषण एवं वितरण व्यवस्था की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में विगत 06 वर्षों में उत्तर प्रदेश का हर मजरा, गांव व नगर बिजली से रोशन हुआ है। प्रदेश में निर्बाध बिजली आपूर्ति हो रही है। राज्य सरकार प्रदेश में 24×7 आबाधित विद्युत आपूर्ति के लिए संकल्पित हैं। विद्युत आत्मनिर्भरता के लिए ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापक सुधार की जरूरत है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज विद्युत विभाग/पावर कॉर्पोरेशन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है सही बिल और समय पर बिल उपलब्ध कराना तथा सभी उपभोक्ताओं से बिल की राशि का संग्रह करना। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी उपभोक्ता को गलत बिजली बिल न मिले और सभी को समय से बिल मिल जाए। ओवरबिलिंग अथवा विलम्ब से बिल दिया जाना उपभोक्ता को परेशान तो करता ही है साथ ही, व्यवस्था के प्रति निराशा आती है और वह बिल जमा करने के प्रति उत्साहित नहीं होता। ऐसे में समय से बिल और सही बिल दिया जाना सुनिश्चित करें। इसके लिए सभी डिस्कॉम को ठोस प्रयास करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बिजली आपूर्ति होती रहे इसके लिए बिल का भुगतान जरूरी है। बिजली का उपभोग करने वाले हर उपभोक्ता की यह ज़िम्मेदारी है कि वह समय से बिजली बिल का भुगतान करे। ऊर्जा विभाग/विद्युत निगमों को बिल के समयबद्ध संकलन के ठोस प्रयास करने होंगे। बकायेदारों से लगातार सम्पर्क व संवाद करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती न हो। ट्रांसफॉर्मर जलने/तार गिरने जैसी समस्याओं का बिना विलम्ब निस्तारण किया जाए। फीडर वाइज जवाबदेही तय की जाए। सभी डिस्कॉम से बेहतर संवाद हो। बिजली चोरी करने वालों के विरुद्ध पूरी सख्ती से नियमानुसार कार्रवाई की जाए, किन्तु जांच के नाम पर उपभोक्ता का उत्पीड़न न हो। यदि ऐसी शिकायत मिली तो सम्बन्धित कार्मिक के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाए। लाइन लॉस को न्यूनतम रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएं। बकायेदारों के लिए एकमुश्त समाधान योजना लागू की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नगरों में स्मार्ट मीटर लगाये जाने की कार्यवाही में तेजी अपेक्षित है। जिन घरों में अब भी बिजली कनेक्शन नहीं है उन्हें कनेक्शन दिया जाए। तकनीक के माध्यम से ऐसी व्यवस्था करें कि बिजली मीटर से कतई छेड़छाड़ न हो सके।
इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, ऊर्जा मंत्री श्री अरविन्द कुमार शर्मा, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।